भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन महामंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन महामंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की
भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन महामंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन महामंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की

मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाकर डॉ. मुखर्जी के सकल्प को किया साकार, डॉ. मुखर्जी के बलिदान से विश्व की सबसे बडी पार्टी बनी भाजपा :- डॉ. मोहन यादव

डॉ. मुखर्जी के आदर्शों पर चलकर 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, डॉ. मुखर्जी मौलिक चिंतक, राष्ट्रवादी विचारक, भारतीय जीवन मूल्यों के संस्कारित पुजारी थे :- श्री विष्णुदत्त शर्मा

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सोमवार को प्रदेश कार्यालय के सामने अरेरा मंडल, वार्ड क्रमांक 45 के बूथ क्रमांक 159 स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी सहित पार्टी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे नमन किया। इसके पश्चात प्रदेश कार्यालय प्रांगण में स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ऐसे महानायक थे जो आजादी के पहले और बाद की विभीषिका को भांप लिया था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजादी से पहले अंर्ग्रेजों के बंगभंग करने की साजिश को भांपकर आंदोलन चला दिया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि देश के लिए अपना बलिदान देने वाले ऐसे सपूत को श्रद्धांजलि देने हम यहां एकत्रित हुए हैं जिनके संकल्प से कश्मीर से धारा-370 हटी है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मौलिक चिंतक, राष्ट्रवादी विचारक, भारतीय जीवन मूल्यों के संस्कारित पुजारी थे। प्रदेश भर में बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।

डॉ. मुखर्जी ने आजादी के पहले व बाद की विभीषिका को भांप लिया था- डॉ. मोहन यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन हमें संदेश देता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। उन्होंने अपने जीवन की आहुति देकर देश की एकता और अखंडता की रक्षा की। ऐसे राष्ट्रनायक का स्मरण करना मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्रीय चरित्र को सशक्त करने का माध्यम है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ऐसे महानायक थे जो आजादी के पहले और बाद की विभीषिका को भांप लिया था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजादी से पहले अंर्ग्रेजों के बंगभंग करने की साजिश को भांपकर आंदोलन चला दिया था। वहीं आजादी के बाद कश्मीर समस्या को भांपकर पूरे देश को आंदोनल किया और जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाने बलिदान दे दिया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हमारे मोर मुकुट कश्मीर में “दो विधान, दो निशान, दो प्रधान का विरोध किया। जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाने के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सकल्प को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने साकार किया है। आजादी के तुरंत बाद ही जम्मू-कश्मीर की समस्या को भांप लेना और उसके समाधान के लिए मंत्री पद त्याग कर जनसंघ की स्थापना कर आंदोलन करना यह कार्य डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे देश के सच्चे वीर सपूत और महानायक ही कर सकते हैं। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की संदिग्ध मौत का जिम्मेदार कौन है, इसका आज तक पता नहीं चला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर 1951-1952 की सरकार द्वारा लगाए गए कलंक को धोने का कार्य किया है। यह डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि है। डॉ. मुखर्जी के बलिदान से भाजपा विश्व की सबसे बडी पार्टी बनी है, और भाजपा कार्यकर्ताओं को उनके बताये मार्ग पर चलकर कार्य करना है। मैं अपनी ओर से डॉ. मुखर्जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

डॉ. मुखर्जी के संकल्प आज हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत है -श्री विष्णुदत्त शर्मा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय इतिहास की एक ऐसी महान विभूति थे, जिनका जीवन राष्ट्रभक्ति, त्याग और दृढ़ संकल्प का प्रतीक रहा है। वे केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं, बल्कि एक विचारक, शिक्षाविद् और देशभक्त भी थे, जिनके संकल्प आज भी हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। आज ऐसे सपूत को श्रद्धांजलि देने हम यहां एकत्रित हुए हैं जिनके संकल्प से कश्मीर से धारा-370 हटी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 हटाकर पार्टी के सकल्पों को पूरा किया है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर में “दो विधान, दो निशान, दो प्रधान का विरोध करते हुए वलिदान दिया। हमारी पार्टी वलिदान के आधार पर बनी पार्टी है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन हमें संदेश देता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। देश के लिए अपना बलिदान देने वाले वीर महापुरूष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के श्री चरणों में आज मध्यप्रदेश भाजपा का हर कार्यकर्ता श्रद्धासुमन अर्पित करता है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मौलिक चिंतक, राष्ट्रवादी विचारक, भारतीय जीवन मूल्यों के संस्कारित पुजारी थे। उन्होंने ही भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी, वही जनसंघ आज विश्व के सबसे बड़े व सर्वव्यापी राजनैतिक दल भाजपा के रूप में आप सबके सामने है। डॉ. मुखर्जी के आदर्शों पर चलकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेते है।