"भारत ने कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है, और न ही करेगा, हम ऐसा चाहते भी नहीं हैं - हमेशा से यही रुख रहा है" - नरेंद्र मोदी

"भारत ने कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है, और न ही करेगा, हम ऐसा चाहते भी नहीं हैं - हमेशा से यही रुख रहा है" -नरेंद्र मोदी

 डोनाल्ड ट्रम्प से बातचीत के दौरान @narendramodi ने देश का रुख स्पष्ट कर दिया है, साथ ही बता दिया है कि ये रुख केवल उनका या उनकी सरकार व पार्टी का नहीं है, बल्कि इसे लेकर देश भर में राजनीतिक सहमति है।

ये भी बता दिया गया है कि पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के एक बड़े भूभाग पर अवैध कब्ज़ा कर रखा है, 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भी साफ़ कहा गया कि भारत का जवाब नपा-तुला रहा है, हमने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

भारत में देश विरोधी तत्व अब मेनस्ट्रीम हो चुके हैं। पीएम मोदी ने ट्रम्प से सीधे-सीधे जो कह दिया है, उसके बाद अब वो ख़ामोशी की चादर ओढ़कर सो जाएँगे। कल तक पूछ रहे थे कि पीएम मोदी जवाब क्यों नहीं दे रहे। कूटनीति में जवाब ऐसे ही दिया जाता है, समय आने पर। सोशल मीडिया से कूटनीति नहीं चलती है। डोनाल्ड ट्रम्प को अपने देश में MAGA वोटरों को ख़ुश करना है, वो तो 'सीजफायर' कराते ही रहेंगे।