भारत के मिराज बरसाते रहे बम, PAK के F-16 रहे बेदम



15 फरवरी : पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना के एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए एयरस्ट्राइक का प्रपोजल रखा. इस प्रपोजल को सरकार ने तुरंत मंजूरी दे दी.
16-20 फरवरी : इसके बाद भारतीय एयरफोर्स और आर्मी ने हेरॉन ड्रोन के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हवाई निगरानी शुरू कर दी.
20-22 फरवरी : भारतीय वायुसेना और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने स्ट्राइक के लिए संभावित साइट्स को निर्धारित किया.
21 फरवरी : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल की ओर से एयरस्ट्राइक के लिए लक्ष्य को निर्धारित किया गया.
22 फरवरी : भारतीय वायुसेना के 1 स्क्वाड्रन ‘टाइगर्स’ और 7 स्क्वाड्रन ‘बैटल एक्सिस’ को स्ट्राइक मिशन के लिए एक्टिव किया गया. इसके अलावा मिराज स्क्वाड्रन मिशन के लिए 12 जेट चुने गए.
24 फरवरी : पंजाब के भटिंडा से वार्निंग जेट और यूपी के आगरा से मिड एयर रिफ्यूलिंग का देश के भीतर ट्रायल किया गया.
25 फरवरी : इस दिन ऑपरेशन की शुरुआत करते हुए 12 मिराज विमान को तैयार किया गया. स्ट्राइक से पहले मिराज पायलट ने लक्ष्य को कंफर्म किया.
25 फरवरी- पाकिस्तान के भीतर मुजफ्फराबाद में लेजर गाइडेड बमों के जरिए हमला किया गया. रात 3.20 बजे से 4 बजे के बीच इस पराक्रम को अंजाम दिया गया.