भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ़ के काफिले पर हुए हमले के बाद से देश भर में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. केंद्र सरकार से मांग की जा रही है कि वो दोषियों को ‘मुंहतोड़ जवाब दे’. हमले की ज़िम्मेदारी चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. ये संगठन पाकिस्तान की ज़मीन से अपनी गतिविधियों को संचालित करता है. ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा करते हुए उससे मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्ज़ा वापस ले लिया है. सैन्य बलों और आम लोगों की भावनाओं की जानकारी होने की बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार की एक रैली में कहा, “मैं अनुभव कर रहा हूं कि देशवासियों के दिल में कितनी आग है. जो आग आपके दिल में है, वही आग मेरे दिल में भी है.” इसके पहले एक और रैली में मोदी ने कहा, “गुस्से को देश समझ रहा है. इसलिए सुरक्षा बलों को खुली छूट दे दी गई है.”