स्वार्थ पर आधारित है सपा और बसपा का गठबंधनः शिवराजसिंह चौहान



बाराबंकी की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- नेता, नीति और नियति विहीन है विपक्ष
भोपाल। अपने-अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते कई विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी जी के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। लेकिन इन गठबंधनों का कोई भविष्य नहीं है, क्योंकि विपक्षी दलों के पास न तो नेता है, न कोई नीति है और न ही उनकी कोई नियति है। यह बात मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में आयोजित बाराबंकी, अयोध्या एवं अम्बेडकर नगर के सेक्टर संयोजक, प्रभारियों, लोकसभा चुनाव के प्रभारी, संयोजक एवं जिला अध्यक्षों की बैठक में कही। उत्तरप्रदेश के बाराबंकी, आयोध्या एवं अम्बेडकर नगर लोकसभा क्षेत्रों के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक मंगलवार को बाराबंकी में आयोजित की गई। इस बैठक में शामिल में 2000 से अधिक पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बनता था। भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारों से सम्पूर्ण ऑडिटोरियम गूंजता रहा। इस बैठक में पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को आगामी कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। बैठक में उपस्थित पार्टीजनों का अभिनंदन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं उत्तरप्रदेश की जनता व पार्टी के कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करना चाहता हूँ कि उन्होंने एकजुटता का परिचय देकर पिछले लोकसभा चुनाव में हमारे यशस्वी नेता श्री नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया।

चौकीदार को हटाने एक हो रहे चोर
कार्यक्रम के मुख्य पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उत्तरप्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन पर जमकर चुटकियां लीं। उन्होंने एक फिल्मी गीत की तर्ज पर कहा कि आंखों ही आंखों में इशारा हो गया, बबुआ बुआ के सहारे हो गया’। विपक्षी एकता की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि कभी उत्तरप्रदेश में महागठबंधन बनता है, तो कभी पश्चिम बंगाल में विपक्षी नेता एकजुट होते हैं। इन्हें कितना डर है सीबीआई का। मैं पूछता हूं, अगर तुमने कुछ गड़बड़ नहीं की तो डरते क्यों हो भाई ? श्री चौहान ने कहा कि सभी चोर मिलकर चौकीदार को हटाने में लगे हुए हैं।

जनता अभी भी हमें पसंद करती है
कांग्रेस की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ और भ्रम फैलाने में विश्वास रखती है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने किसानों का कर्ज 10 दिनों में माफ करने की बात कही थी, लेकिन डेढ़ महीना बीतने पर एक भी किसान का कर्जा माफ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि राहुल बाबा, अगर सच का साथ देते हो तो हटाओ अपने मुख्यमंत्री को। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार मध्यप्रदेश में भले ही न बनी हो, लेकिन वोट हमें कॉंग्रेस से ज़्यादा ही मिले हैं। हम अपनी जनकल्याणकारी नीतियों के कारण आज भी जनता के बीच लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता के मन में तकलीफ है, दर्द है कि हमारी सरकार नहीं बन पाई। हम सरकार में भले ही न हों लेकिन जनता के बीच जाना बंद नहीं किया है।

गठबंधन पर भारी पड़ेगी भाजपा
श्री चौहान ने कहा कि विपक्षी दलों के पास नेता, नीति और नियति नहीं है और न ही उनके पक्ष में जनमत है। जबकि भाजपा में ये सभी फैक्टर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में एक लाख 62 हजार बूथों में से भाजपा की एक लाख 40 हजार बूथ कमेटियां है। विपक्षी दलों के गठबंधन पर हमारी ये सेना भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यूपीए से लेकर विपक्षी महागठबंधन एक ऐसी बारात बन गई है जिसमें बाराती तो आ गए हैं, बैंड-बाजा भी बज रहा है लेकिन दूल्हे का कहीं पता नहीं है। अभी तय भी नहीं हुआ कि इनका नेता कौन होगा, जबकि हमारे नेता को सारा विश्व जनता है। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश को आगे बढ़ाने, उसे नई दिशा देने का काम किया है। पहले भारत के प्रधानमंत्री का नाम कोई जानता भी नहीं था, लेकिन आज मोदीजी दुनिया के किसी भी कोने में जाएँ, चारों तरफ उनका नाम गूंजने लगता है। श्री चौहान ने कहा कि मोदी सरकार के शासनकाल में भारत का गौरव विश्व में बढ़ा है।