अदालत के फैसले से बेनकाब हुआ कांग्रेस का झूठः विष्णुदत्त शर्मा



सोहराबुद्दीन मामले में सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर षडयंत्र रचती रही कांग्रेस
भोपाल। सोहराबुद्दीन मामले को लेकर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने के लिए षडयंत्र रचता रहा है। इसी के चलते पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उस समय गुजरात के गृह मंत्री रहे श्री अमित शाह को जेल जाना पड़ा था। लेकिन सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले से कांग्रेस की यह झूठ, भ्रम और षडयंत्र की राजनीति एक बार फिर बेनकाब हो गई है। यह बात बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि देश को इस मामले की सच्चाई से रूबरू कराने के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता न्यायापालिका के प्रति आभार व्यक्त करता है।

एक आतंकी के मारे जाने पर गृह मंत्री को किया प्रताड़ित
श्री शर्मा ने कहा कि यह कितनी बड़ी विडंबना है कि एक आतंकवादी के मारे जाने पर श्रीमती सोनिया गांधी के इशारे पर कांग्रेस नेतृत्व एक प्रदेश के गृहमंत्री को प्रताड़ित करने और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार को बदनाम करने के लिए साजिशें रचता रहा। इसी के चलते श्री शाह को जेल जाना पड़ा। उस समय भी श्री शाह को जेल से रिहा करते समय अदालत ने यह कहा था कि उन्हें जेल में रखने के लिए कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं।

लगातार षडयंत्र रचती रही कांग्रेस
श्री शर्मा ने कहा कि सोहराबुद्दीन मामले में कांग्रेस और उसका शीर्ष नेतृत्व लगातार षडयंत्र रचता रहा, हालांकि हर जगह उसका झूठ उजागर होता रहा। पहले मुंबई हाईकोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट और अब सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले से कांग्रेस के षडयंत्रों की परतें खुल गई हैं। श्री शर्मा ने कहा कि सीबीआई की विशेष अदालत के माननीय न्यायाधीश ने अपने फैसले में लिखा है कि ‘सीबीआई की समूची जांच एक पहले से तैयार स्क्रिप्ट के हिसाब से चलती रही, जो एक निश्चित उद्देश्य के लिए लिखी गई थी। किसी भी तरह कुछ राजनीतिक नेताओं को फंसाने के इस प्रयास में सीबीआई ने साक्ष्यों को गढ़ा था।‘ इससे स्पष्ट है कि तत्कालीन यूपीए सरकार ने सोनिया गांधी के इशारे पर राजनीतिक विरोधियों को बर्बाद करने की मंशा से सीबीआई जैसी एजेंसी का दुरुपयोग किया था।

अग्नि परीक्षा में खरे उतरे श्री शाह
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व और यूपीए सरकार ने श्री अमित शाह के खिलाफ हर तरह के षडयंत्र रचे। उन्हें बदनाम करने के लिए हर तरह के प्रपंच रचे। लेकिन न्यायपालिका के आशीर्वाद से सच्चाई देश के सामने आ गई है। सीबीआई की विशेष अदालत के हाल ही में आए फैसले ने साबित कर दिया है कि श्री शाह इस अग्नि परीक्षा में खरे उतरे हैं। इस फैसले से यह भी साबित हो गया है कि 2010 में कांग्रेस नेतृत्व के इशारे पर ही श्री शाह को सीबीआई ने गिरफ्तार किया गया था।