आगस्टा वेस्टलैंड घोटाला में बिचौलिये मिशेल के पकड़े जाने के बाद कांग्रेस की घबराहट और बौखलाहट



आगस्टा वेस्टलैंड घोटाला में बिचौलिये मिशेल के पकड़े जाने के बाद कांग्रेस की घबराहट और बौखलाहट यह साबित कर रही है कि, कुछ ऐसे तथ्य और सच है जिन्हें कांग्रेस छुपा रही है। जो इस घोटाले में कांग्रेस की सलिंप्तता को उजागर कर सकते हैं।
29 दिसंबर 2018 को प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने दिल्ली के पटियाला कोट में चौकाने वाला खुलासा किया है कि जाँच में मिशेल ने मिसेज गाँधी का नाम लिया है। चोरी पकड़े जाने पर कागं्रेस की बौखलाहट से अब मालमू पड़ा कि चोर इतना शोर क्यों मचा रहा है। मोदी जी की सरकार में चोरों की नींद उड़ी हुई है और चोरी पकड़ी जा रही है। कांग्रेस को पहले से ही अंदाजा हो चला है कि अब उसका भाडां फूटने वाला है। उसकी चोरी पकड़ी जाने वाली है। इसलिए वह बौखलाहट में प्रलाप कर रही है। ऑगस्टा वेस्टलैंड व्ही.व्ही.आई.पी. हेलीकॉप्टर सौदे में भ्रष्टाचार का मामला सबसे पहले इटली की कोर्ट में उठा इतना ही नहीं कांग्रेस की सोनिया- मनमोहन सिंह की यूपीए2 सरकार ने इटली की कोर्ट को न तो दस्तावेज उपलब्ध कराये और न ही जाँच मेंं कोई सहयोग दिया।

यह बताता है कि सोनिया-मनमोहन सरकार ने किसी खास मकसद से सच को छुपाने की साजिश की।
एक खास बात ध्यान देने वाली यह है कि, घोटाले की जाँच सीबीआई को कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने ही सौंपी थी। कमीशन खा कर जो विदेश चम्पत हो जाते हैं, उनको वापस लाने के लिये भारतीय जनता पार्टी प्रतिबद्ध थी और आज भी है। अब जब क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया गया है, तो कांग्रेस छटपटा रही है। क्रिश्चियन मिशेल के खुलासों को लेकर कांग्रेस की घबराहट स्वाभाविक है। सबसे गम्भीर बात यह है कि बिचौलियों के पास सभी फाईलां तक पहुँच थी। ऑगस्टा वेस्टलैंड में नये खुलासे से ऐसा प्रतीत होता है कि, जैसे ही कोई फाईल अधिकारियां और मंत्रालयों के पास जाती थी वैसे ही उस फाईल की एक कॉपी मिशेल के पास भी पहुँच जाती थी। कांग्रेस ने प्रेस वार्ता कर अपनी घबराहट का इजहार किया है। अनेक प्रकार के सवाल पूछे है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि, ऑगस्टा वेस्टलैंड के केस में भ्रष्टाचार हुआ है या नही?ं यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो यह प्रक्रिया किसने शुरू की? क्या यह आरापे हमारे हैं या भारत सरकार के किसी जाँच एजेन्सी के?

भ्रष्टाचार का विषय इटली की सरकार में उठा, इटालियन कोर्ट में उठा, वहाँ से यह बात प्रारम्भ हुई इसलिए कागं्रेस को जबाव देना चाहिए यह विषय राजनितिक नहीं था।
घोटाले की जाँच प्रक्रिया को राजनितिक रूप दिया जाना बेहद निंदनीय है। जब भी किसी विदेशी के भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है तो सबसे पहले उसका कनेक्शन गाँधी परिवार से क्यां जुड़ जाता है? कांग्रेस को इस मामले में अपना पक्ष साफ करना चाहिए और जबाव देना चाहिए।ऑगस्टा वेस्टलैंड मामले की जाँच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को मनमोहन सरकार ने ही सौपा था। केन्द्र सरकार अब जब क्रिश्चियन मिशेल को भारत लेकर आ गई है तो कांग्रेस छटपटा रही है। मिशेल के खुलासांं को लेकर कांग्रेस की घबराहट स्वाभाविक भी है। सोनिया-मनमोहन-राहुल गाँधी की कागं्रेस सरकार घोटालां की सरकार थी। जल, थल, नभ अंतरिक्ष, पाताल सब जगह कांग्रेस की यूपीए सरकार ने घोटाले किये। सोनिया-मनमोहन का राज ऐसा था जिसमें केवल और केवल देश को लूटने का काम हुआ।

सोनिया-राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस की यूपीए सरकार ने राष्ट्र की सुरक्षा के साथ समझौता किया बिचौलियों के बगैर कांग्रेस सरकार ने कोई रक्षा सौदा नहीं किया।
जब मोदी सरकार ऑगस्टा वेस्टलैंड के आरोपी मिशेल का प्रत्यारोपण कर भारत लाई तो कांग्रेस ने तुरंत आरोपी को बचाने और गाँधी परिवार का राज खुल जाने के डर से वकील भी दे दिया। कोर्ट में ईडी के खुलासे से स्पष्ट हो गया है कि किस तरह की गड़बड़ी की जा रही है। कोर्ट ने भी इस तथ्य को माना है। इसलिए काटे र् में मिशेल से उनके वकीलां के मुलाकात का समय घटाकर 15 मिनट कर दिया और वकीलों को दूर से मिलने की हिदायत दी। राहुल गाँधी बार-बार भ्।स् के नाम का उपयागे करते हैं। राफेल के सम्बन्ध में भी भ्।स् का नाम लेते हैं। लेकिन आज ये खुलासा भी हो गया कि व्ही.व्ही.आई.पी. हेलिकॉप्टर प्रकरण में किस तरह भ्।स् को दर किनार किया गया। कागं्रेस आरै सोनिया-राहुल का सच देश की जनता के सामने आ रहा है और देश की जनता कांग्रेस को इसका करारा जबाव देगी।

ऑगस्टा वेस्टलैंड सौद का सोनिया गांधी कनेक्शन :- ऑगस्टा वेस्टलैंड से भारत को 37 अरब रूपये के सौदे के तहत 12 हेलिकॉप्टर खरीदने थे, जिसमें 360 करोड़ रूपये की रिश्वतखोरी की बात सामने आई। इटली की कोर्ट ने माना कि इस मामले में भारतीय अफसरां और राजनेताआें को 15 मिलियन डॉलर रिश्वत दी गई। कोर्ट ने एक नाटे में इशारा किया था कि सोनिया गांधी सौदे में पीछे से अहम भूमिका रही थी। पत्रकार वार्ता को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद श्री राकेश सिंह ने संबोधित किया । इस अवसर पर विधायक श्री अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, शरद जैन, हरेन्द्र जीत सिंह बब्बू, श्रीमती नंदिनी मरावी, मनोरमा पटैल, जी.एस.ठाकुर, प्रभात साहू, एस.के.मुद्दीन उपस्थित रहे।