आतंकी मॉड्यूल, अदालत ने 10 आरोपियों को 12 दिन की रिमांड पर भेजा



आईएसआईएस से प्रेरित एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल के गिरफ्तार 10 लोगों को एनआईए ने दिल्ली की अदालत के समक्ष पेश किया। इन्हें 12 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। दिल्ली की अदालत ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया था। एनआईए ने 10 आरोपियों को 15 दिन की रिमांड मांगी थी।
बता दें एनआईए ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और दिल्ली की 16 जगहों पर छापेमारी की थी। ये जगह आतंकी संगठन आईएसआईएस के नए मॉडयूल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ से जुड़ी थीं। मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उत्तर भारत, खासकर राष्ट्रीय राजधानी में बम धमाकों को अंजाम देने की कथित योजना बना रहे आईएसआईएस के एक नए मॉड्यूल की जांच के सिलसिले में एनआईए अलग-अलग शहरों में खुफिया तरीके से संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले रही है।

मुरादाबाद से आतंकवादी गतिविधियों को देख दिल्ली की स्पेशल सेल और एटीएस ने छापेमारी शुरू की थी। अमरोहा के नौगांवा सादात थाना क्षेत्र स्थित सैदपुर इम्मा गांव में भी छापेमारी की गई। इस दौरान एटीएस स्थानीय पुलिस के फोन जब्त कर लिए गए। गांव के ही एक निवासी सईद के घर पर भी छापेमारी की गई। खबर है कि भारी मात्रा में तमंचा और विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए हैं। अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि टीम ने संदिग्ध लोगों के ठिकानों से बड़ी मात्रा में आरडीएक्स, जिलेटिन छड़ें और टाइमर बरामद किया। कुछ पिस्टल और तमंचे भी मिले। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनके संबंध आतंकवादियों से बताए जा रहे हैं। अमरोहा में मुफ्ती सोहेल इनका मास्टर माइंड है। यह दिल्ली के किसी मदरसे में पढ़ाने का काम करता है। संभवतः इसने देवबंद से भी पढ़ाई की है। इसके घर के लोग और रिश्तेदार भी पढ़े-लिखे और शैक्षिक गतिविधियों से जुड़े बताए जा रहे हैं। इससे पहले गृह मंत्रालय की दिसंबर 2017 में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि एनआईए ने आईएसआईएस कैडरों के खिलाफ मामलों में 103 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से अधिकतर संख्या में लोग उत्तर प्रदेश से थे। 103 लोगों को आईएसआईएस से सहानुभूति रखने वालों और उनके मॉड्यूल से जुड़े रहने के कारण गिरफ्तार किया गया। इनमें से 17 गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश से की गईं थीं।