कोरी कल्पना नहीं, यथार्थ है दृष्टिपत्र : श्री विक्रम वर्मा



दृष्टिपत्र तैयार करने की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए दृष्टिपत्र समिति के संयोजक वरिष्ठ नेता श्री विक्रम वर्मा ने बताया कि इसके लिए हमने 24 दल बनाए थे, जिन्होंने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर 12000 से अधिक लोगों से चर्चा की। इन लोगों से करीब 30 हजार सुझाव मिले थे। इन सुझावों की छंटनी की गई। इसके बाद इनका आंकलन इस आधार पर किया गया कि इन पर अमल करना वित्तीय दृष्टि से संभव है या नहीं। इस कसौटी पर जो सुझाव खरे उतरे, उन्हें ही दृष्टिपत्र में शामिल किया गया है। श्री वर्मा ने कहा कि इसलिए हमारे दृष्टिपत्र में शामिल बातें कोरी कल्पना नहीं हैं, बल्कि उन बातों को यथार्थ में लागू करने की योजना है। दृष्टिपत्र में भविष्य के मध्यप्रदेश की झलकः राकेश सिंह समारोह को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे दृष्टिपत्र का विमोचन केंद्रीय वित्त मंत्री कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली का स्वागत करते हुए कहा कि दृष्टिपत्र में प्रदेश के सुखद कल की झलक है। उन्होंने कहा कि पहले भी हमने जो कहा है, वह करके दिखाया है। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के नेतृत्व में भविष्य का मध्यप्रदेश कैसा होगा, इसी की रूपरेखा हम दृष्टिपत्र के माध्यम से रख रहे हैं।