समृद्ध मध्यप्रदेश की अवधारणा का रोडमैप है हमारा दृष्टिपत्र : श्री शिवराजसिंह चौहान



दृष्टिपत्र में रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई और दवाई का संकल्पः शिवराजसिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संसाधनों पर समाज के हर वर्ग का हक है और हमारा दृष्टिपत्र हर गरीब को उसकी बुनियादी जरूरतें रोटी, कपड़ा, मकान, बच्चों की पढ़ाई और बीमारों की दवाई उपलब्ध कराने का संकल्प पत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के दृष्टिपत्र में गरीबों और किसानों को प्राथमिकता दी गई है। छोटे किसानों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें नर्मदा-मालवा लिंक परियोजना, नर्मदा एक्सप्रेस वे, चंबल एक्सप्रेस वे, भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस वे, जबलपुर एवं ग्वालियर में मेट्रो ट्रेन आदि के लिए प्रावधान हैं। श्री सिंह ने कहा कि दृष्टिपत्र में सौर ऊर्जा के उत्पादन को 14000 मेगावाट तक ले जाने का लक्ष्य है और पेयजल, सीवरेज की व्यवस्था तथा स्मार्ट विलेज की परिकल्पना शामिल है। दृष्टिपत्र की जानकारी देते हुए श्री सिंह ने बताया कि इसमें हर साल 10 लाख रोजगार पैदा करने, भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना, कारीगर यूनिवर्सिटी, फूड प्रोसेसिंग यूनिवर्सिटी, इंडस्ट्रियल टाउनशिप आदि की स्थापना का संकल्प है। उन्होंने बताया कि आपदा के समय व्यापारियों को राहत पहुंचाने के लिए व्यापारी कल्याण कोष की स्थापना, जीएसटी मित्र, कर्मचारी कल्याण, दैवेभो के नियमितीकरण, वेतन विसंगतियों के लिए नए आयोग की स्थापना के प्रावधान है। मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि हम सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों के बच्चों को भी पहली से लेकर पीएचडी तक निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराएंगे, जिसमें उनके भोजन, आवास एवं पुस्तकों का खर्च भी शामिल होगा।

महिलाओं के लिए नारी शक्ति संकल्प पत्र
भारतीय जनता पार्टी ने दृष्टि पत्र के साथ ही एक नारीशक्ति संकल्प पत्र भी जारी किया है, जिसमें विशेष रूप से महिलाओं के लिए प्रावधान हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि इस संकल्प पत्र में महिलाओं को रोजगार से जोड़ने, स्व सहायता समूहों के लिए एक फंड की स्थापना, 12 वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर छात्राओं को स्कूटी दिए जाने, महिला कौशल परामर्श केंद्र की स्थापना आदि के प्रावधान हैं। श्री सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए संकल्प पत्र में अनेक प्रावधान हैं।