नई दिल्ली, कई खूबियों के साथ बनी देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन टी-18 बुधवार को करीब 2,150 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर परीक्षण के लिए दिल्ली पहुंची। अब इस ट्रेन को मुरादाबाद रवाना किया जाएगा। हालांकि, इस ट्रेन में सफर करने के लिए अभी लोगों को हफ्तों इंतजार करना पड़ेगा। मुरादाबाद में ट्रेन के सीटों पर बालू की बोरियां यात्रियों के स्थान पर रखी जाएगी, ताकि उसके असर को जांचा जा सके। इसके अलावा ट्रेन में लगी तमाम प्रणालियों के साथ गति के साथ होने वाली कंपन पर भी नजर होगी। रेलवे संरक्षा आयुक्त से मंजूरी मिलने के बाद शुरू होगा परिचालन।
हर कसौटी की होगी परख
– मुरादाबाद से सहारनपुर के बीच सबसे पहले टी-18 का परीक्षण होगा
– अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन की देखरेख में होगी जांच
– दूसरा परीक्षण दिल्ली-मथुरा रूट पर होगा, इसके बाद होगा सेवा को तैयार
दुनिया की सबसे सस्ती ट्रेन का दावा
– ट्रेन का पूरा सेट 100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है
– व्यावसायिक उत्पादन होने पर 80 करोड़ आएगी लागत
– इस श्रेणी की दुनिया में बनी ट्रेनों से 40% सस्ता
धीरे-धीरे बढ़ेगी गति
– दिल्ली के शकुर बस्ती पहुंचते ही परीक्षण के तौर पर इंजन सक्रिय किया गया
-110 किमी प्रति घंटे से शुरू कर 180 किमी तक की गति तक पर होगा परीक्षण
रिकॉर्ड समय में तैयार
– 18 महीने लगे परिकल्पना से जमीन पर पूरी ट्रेन को उतारने में
– 3 से चार साल का समय ऐसी ट्रेन को विकसित करने में लगता
ट्रेन पर नजर
– इस ट्रेन में 12 हजार हॉर्स पावर क्षमता के इंजन लगे हुए हैं
– 16 कोच की टी-18 में दो एक्सीक्यूटिव श्रेणी की बोगियां
– 44 यात्री एक्सीक्यूटिव श्रेणी में बैठ सकते, अन्य में 78
पहली बार कई सुविधाएं
– मेट्रो की तरह ट्रेन में स्वचालित दरवाजे लगे हुए हैं, जो स्टेशन पर ही खुलेंगे
– सीधे पहियों पर लगे ब्रेक डिस्क और इलेक्ट्रो प्न्यूमेटिक ब्रेक प्रणाली से कम दूरी में ट्रेन रुकेगी
– एक्सीक्यूटिव श्रेणी की बोगी में यात्री 360 डिग्री के कोन में अपनी कुर्सिया मोड़ सकेंगे