प्रचार रथों को पार्टी ध्वज दिखाकर किया समृद्ध मध्यप्रदेश अभियान का शुभारंभ
भोपाल। प्रदेश सरकार ने जो भी योजनाएं बनाई हैं, वो जनता से चर्चा करके बनाई हैं, जनता के सुझावों के आधार पर बनाई हैं। फिर प्रदेश की समृद्धि का रोड मैप में अकेला क्यूं तैयार करूं? मैं अकेला ये रोड मैप नहीं बनाउंगा, बल्कि प्रदेश के साढ़े सात करोड़ लोग मिलकर ये रोड मैप तैयार करेंगे और प्रदेश को समृद्ध बनाएंगे। ‘भविष्य का संदेश, समृद्ध मध्यप्रदेश’ प्रदेश की जनता से ऐसे ही सुझावों को एकत्र करने का अभियान हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने यह बात प्रदेश भाजपा कार्यालय में ‘भविष्य का संदेश, समृद्ध मध्यप्रदेश’ अभियान की औपचारिक शुरुआत करते हुए कही। मुख्यमंत्री पार्टी के साथ नेताओं ने इस अवसर पर पूरे प्रदेश में घूमकर जनता से सुझाव एकत्रित करने के लिए डिजिटल रथों को पार्टी ध्वज दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रविवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में ‘भविष्य का संदेश, समृद्ध मध्यप्रदेश’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने अभियान के डिजिटल लोगो को लोकार्पित किया साथ ही उन रथों को रवाना किया, जो अगले 15 दिनों तक प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूमकर लोगों से प्रदेश की समृद्धि के बारे में उनके सुझाव एकत्र करेंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के लोगों से प्रदेश की समृद्धि के इस महायज्ञ में शामिल होकर अपनी आहुति डालने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी श्री विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रभात झा, राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री संबित पात्रा, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री व सांसद श्री अजय प्रताप सिंह ने किया।
सिर्फ सरकार बनाने को राजनीति नहीं करती भाजपा
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद करते हुए कहा कि आज ही के दिन नेताजी ने देश की पहली आजाद सरकार का गठन किया था। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन भारतीय जनसंघ की स्थापना भी हुई थी, जिसने देश के विकास के लिए एक वैकल्पिक विचारधारा दी। उन्होंने पार्टी के पूर्वजों स्व. अटलबिहारी वाजपेयी, सुंदरसिंह भंडारी, कुशाभाऊ ठाकरे, सुंदरलाल पटवा, राजमाता विजयाराजे सिंधिया आदि को याद करते हुए कहा कि उन्हीं की बदौलत देश के 70 प्रतिशत हिस्से पर आज भाजपा का शासन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनसंघ और इन महापुरुषों के लिए राजनीति सिर्फ सरकार बनाने का जरिया नहीं थी, बल्कि उनके लिए राजनीति जनकल्याण का साधन थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और हमारी सरकार ने उन सपनों को साकार करने का काम किया है, जो हमारे इन पूर्वजों ने देखे थे।
कांग्रेस के काले अतीत को बताती थीं काली रातें
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2003 के पहले के कांग्रेस शासन को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बरबाद कर दिया था। सड़कें इतनी खराब थीं कि लोग फसल कटने के बाद खेतों से गाड़ियां निकाला करते थे। पानी के अभाव में फसलें सूख जाती थीं। दिन में कुछ ही घंटों के लिए बिजली आती थी। राजधानी भोपाल तक में गर्मी से परेशान लोग सड़कों पर घूम-घूमकर रातें बिताया करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये काली, लंबी और परेशानी भरी रातें कांग्रेस के स्याह अतीत को बतातीं थीं। कांग्रेस की सरकार ने सबसे ज्यादा बदहाल यहां की शिक्षा व्यवस्था को किया। उस सरकार ने पूरी एक पीढ़ी का भविष्य को चैपट कर दिया। 500-500 रुपए महीनों में शिक्षकों को रखकर उन्हें शिक्षाकर्मी बना दिया। हमने उन्हें पहले अध्यापक और अब शिक्षक बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद प्रदेश में बिजली उत्पादन 18800 मेगावाट तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विकास दर 10 प्रतिशत के आसपास पहुंच गई है। प्रदेश की कृषि विकास दर जो कांग्रेस के जमाने में 2-3 प्रतिशत रहती थी, अब औसत 20 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस के जमाने में प्रदेश में जहां सिर्फ 7-5 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, हमने उसे बढ़ाकर 41 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में प्रदेश का बजट 20 हजार करोड़ होता था, जिसे हमने 2 लाख करोड़ तक पहुंचा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार से मिले बीमारू मध्यप्रदेश को हमने पहले सुचारू बनाया, फिर विकसित किया। अब हम प्रदेश को समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने का अभियान शुरू कर रहे हैं।
आप सुझाव दें, हम 5 सालों में प्रदेश को समृद्ध बनाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जो भी योजनाएं बनाई और लागू की हैं, वे जनता से मिले सुझावों के आधार पर ही बनी हैं। लाड़ली लक्ष्मी से लेकर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तक और तीर्थ दर्शन योजना से लेकर संबल तक, सभी योजनाओं की जड़ में लोगों से मिले सुझाव ही हैं। इसके लिए हमने समाज के हर वर्ग की महापंचायतें और सम्मेलन किए और उनकी राय जानी। उसी के आधार पर योजनाएं बनाईं। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश की समृद्धि का रोड मैप तैयार करने की बात आई है, तो इसे भी मैं अकेला क्यूं बनाऊं? प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता मिलकर प्रदेश को समृद्ध बनाएगी। ‘भविष्य का संदेश, समृद्ध मध्यप्रदेश’ अभियान को जनकल्याण का महायज्ञ बताते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि जनता इस महाअभियान में शामिल हो और अपने सुझाव देकर इस महायज्ञ में अपनी आहुति डाले। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जनता से जो भी अच्छे सुझाव मिलेंगे, उनके आधार पर हम रोडमैप तैयार करेंगे और अगले 5 सालों में प्रदेश को समृद्ध मध्यप्रदेश बनाएंगे।