आप ही बताएं, किसानों का हितैषी कौन शिवराज या मिस्टर बंटाढार : मुख्यमंत्री

मांगलिया की सभा में मुख्यमंत्री ने कहा किसानों को परेशान नहीं होने देगी सरकार
मांगलिया/कन्नौद। किसानों के लिए हमने सिंचाई की व्यवस्था की। उन्हें फसलों का उचित मूल्य दिलाने की व्यवस्था की। कांग्रेस सरकारें जिसे असंभव कहती थीं, क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़ने का वो काम किया। अब आप ही बताएं, किसानों का हितैषी कौन है, शिवराज या मिस्टर बंटाढार ? मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने यह सवाल सोमवार को मांगलिया में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान आयोजित सभा में लोगों से पूछा। मुख्यमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार ने ऐसे इंतजाम किए हैं कि किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा सोमवार को इंदौर और देवास जिलों के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पहुंची। यात्रा की शुरुआत इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा के मांगलिया से हुई। मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से मांगलिया पहुंचे। हेलीपैड से सभा स्थल के बीच मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सभा में उपस्थित हजारों लोगों को संबोधित किया। इस दौरान मंच पर विधायक डॉ. राजेश सोनकर, जिला अध्यक्ष अशोक सोमानी सहित अन्य नेता उपस्थित थे।

सरकार का नफा-नुकसान एक तरफ, किसानों का नुकसान नहीं होने दिया
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के मांगलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सांवेर सहित प्रदेश के सभी किसानों को फसल का उचित दाम दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले ही हमने इसके लिए प्रबंध कर दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों का प्याज सरकार ने खरीदा। सरकार ने किसानों को प्याज का पूरा भाव किसानों को दिया। सरकार ने खरीदी गई प्याज का भंडारण किया, उसमें कुछ नुकसान भी हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार का नफा-नुकसान एक तरफ है, लेकिन हमने प्रदेश के किसानों का नुकसान नहीं होने दिया।

असंभव शब्द हमारे शब्दकोश में नहीं
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेसी मुख्यमंत्री कहते थे, नर्मदा मैया का पानी क्षिप्रा में नहीं आ पाएगा। लेकिन शिवराजसिंह ने यह करके दिखा दिया। उन्होंने कहा कि हमारे शब्दकोश में ‘असंभव’ जैसा कोई शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में अंग्रेजों के समय से लेकर कुल 7रू30 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई होती थी। लेकिन भाजपा की सरकार ने इसे बढ़ाकर 40, 00000 हेक्टेयर कर दिया। आने वाले दिनों में हम सिंचाई का रकबा बढ़ाकर 80, 00000 हेक्टेयर करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अब आप देख लीजिए किसानों का हितैषी कौन है, शिवराज सिंह या मिस्टर बंटाधार।

कांग्रेस ने चौपट कर दी थी शिक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उस सरकार के समय में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था चैपट हो गई थी। प्रदेश सरकार ने शिक्षकों का कैडर समाप्त कर दिया था। 500 रुपए महीने पर गुरु जी रखे गए थे, जिनके जिम्मे स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था थी। ऐसे में भला बच्चों का भविष्य कैसे संवर सकता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिक्षकों का कैडर एक कर दिया है। अब प्रदेश के शिक्षकों को 40000 से लेकर 50000 तक वेतन प्रतिमाह मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिस्टर बंटाढार के समय में सड़कों पर गड्ढे थे या गड्ढों में सड़क थी, यह पता ही नहीं चलता था। हमने पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा दिया है। अमेरिका से अच्छी सड़कें मध्यप्रदेश में देखने को मिल जाती हैं। कांग्रेसी मित्र कहते हैं कि अमेरिका से अच्छी सड़कें हो ही नहीं सकती। मुख्यमंत्री ने कहाक कि गुलामी की मानसिकता से ग्रस्त कांग्रेसी कुछ भी अच्छा नहीं देख पाते।

कांग्रेसियों के कहने से शिवराज नहीं हटने वाला
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेसी कुर्सी के सपने देख रहे हैं। उन्हें दिन-रात यही सपना दिखाई देता है कि वे कुर्सी पर बैठ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे कांग्रेसी मित्र 24 घंटे यही माला रटते रहते हैं-शिवराज हटाओ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कहता हूं फसल का पूरा दाम दिलाओ, वे कहते हैं शिवराज हटाओ। मैं कहता हूं महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान दिलाओ, वह कहते हैं शिवराज हटाओ। मैं कहता हूं गरीबी हटाओ, वह कहते हैं शिवराज हटाओ। मैं कहता हूं बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराओ, वे कहते हैं शिवराज हटाओ। अरे भैया आपके कहने से शिवराज हटने वाला नहीं है। इसके लिए जनता की सेवा करना पड़ती है, जो भाजपा सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय से कहा कि मैं आपसे चैथी बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। इसके लिए उन्होंने स्थानीय लोगों को भाजपा को जिताने का संकल्प भी दिलाया।