सांवेर की ग्राम पंचायत मांगल्या में जनआशीर्वाद यात्रा
इंदौर। आज दोपहर सांवेर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत मांगल्या में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने संभागीय संगठन मंत्री श्री जयपालसिंह चावड़ा, जिला अध्यक्ष अशोक सोमानी,विधायक राजेश सोनकर, कविता पाटीदार, अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सूरज केरो, जनआशीर्वाद यात्रा इंदौर संभाग के प्रभारी बाबुसिंह रघुवंशी नागरिक खाद्य आपूर्ति निगम उपाध्यक्ष देवराजसिंह परिहार, कंचनसिंह चौहान, सोमेश्वर पटेल, रंजनसिंह चौहान, सावन सोनकर, युवा मोर्चा अध्यक्ष श्रवणसिंह चावड़ा आदि की उपस्थिति में जनआशीर्वाद यात्रा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस के शासन काल को याद करते हुए कहा कि एक समय कांग्रेस की सरकार थी, बंटाधार मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह जी ने पुरे प्रदेश का बंटाधार कर दिया था, गड्ढों में सड़के ढूंढना पड़ती थी, जब मैंने कहा कि प्रदेश की सडके अमेरिका से अच्छी है, तो कांग्रेसी मित्रों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया था, मैं फिर कहता हूँ, कि अमेरिका से अच्छी हमारे प्रदेश की सड़कें है, कांग्रेसी मित्रों की आखों में गुलामी का चश्मा चढ़ा है,इन्हें अमेरिका ही अच्छा लगता है, उन्हेंअमेरिका से बेहतर कुछ दिखाई नही देता, उन्हें इंदौर और सांवेर का विकास दिखाई नहीं देता, पहले मैं सुपर कॉरिडोर को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बता रहा था, लेकिन अब कहता हूँ कि सांवेर की सड़कें भी अमेरिका से अच्छी है। दिग्विजयसिंह जी ने गढ्डों से भरा प्रदेश छोड़ा था, इंदौर, उज्जैन, रतलाम जाना कष्ट दायक होता था, लेकिन हमने सांवेर ही नहीं हमने पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने का काम किया है। गाँव को सड़कों के माध्यम से शहरों से जोड़ने का काम किया हैं। श्री चौहान ने उपस्थित जनसमुदाय से पूछते हुए कहा कि बताओ कांग्रेस के शासनकाल में बिजली आती थी, क्या ? जनता ने हाथ से इशारा करते हुए कहा नहीं। श्री चौहान ने कहा अंधेरों का प्रदेश कहा जाता था, और कभी कभार बिजली आ भी जाती थी, तो भी चिमनी में ज्यादा रोशनी होती थी, बिजली जुगनू से कम झोंका लगाती थी। बिजली में बंटाधार, सड़कों में बंटाधार यही स्थिति थी। पूरे प्रदेश को बंटाधार करके रख दिया था। कांग्रेस के राजा-नवाब और अंग्रेज सब ने सैकड़ो साल शासन किया और साढ़े सात लाख हेक्टेयर में सिचाई होती थी, हमने 15 सालों में 14 लाख हेक्टेयर में सिंचाई करके भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इतिहास रच दिया। किसी ने सोचा था क्या की माँ नर्मदा का पानी माँ क्षिप्रा में आएगा, जब मैंने तय किया कि नर्मदा का पानी क्षिप्रा में लायेंगे, एक बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री से भी पूछा था, कि बताओ नर्मदा का पानी क्षिप्रा में आ सकता है क्या ? उन्होंने कहा ये हो ही नही सकता, हमने कहा हम करके दिखाएंगे। हमने माँ नर्मदा को क्षिप्रा से मिलाने का काम किया, न केवल नर्मदा-क्षिप्रा बल्कि नर्मदा और गंभीर नदी भी इस इंदौर की धरती पर जुड़ गयी है। इन दोनों परियोजनाओं का लाभ सांवेर विधानसभा क्षेत्र की जनता को भी मिल रहा है।
श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने इतने बरस शासन किया, उसने किया क्या, इसका हिसाब लेना चाहिए। सड़क नही, बिजली नहीं, पानी नहीं शिक्षा की व्यवस्था चौपट कर दी। शिक्षा के लिए बना दिये गुरु जी और तनख्वाह 500 रुपये महीना। अब 500 रुपये महीने में कौन पढ़ायेगा। कांग्रेस ने एक पूरी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर दिया। हमने शिक्षाकर्मियों और गुरु जी को अध्यापक बनाया फिर अध्यापक से शिक्षक बना दिया।मध्यप्रदेश आगे बढ़े इसमे हमने कोई कसर नहीं छोड़ी है, अब लक्ष्य है मध्यप्रदेश को हिंदुस्तान में नंबर एक का राज्य बनाना और दुनिया के अच्छे राज्यों की सूची में शामिल करना है। श्री चौहान ने कहा कि एक तरफ प्रदेश का चहुमुखी विकास दूसरी और जनता का कल्याण यही हमारा एजेंडा हैं। जिस पर हमने तेजी से काम किया है। जनता के कल्याण के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं बनाई है। ये भाजपा की सरकार, किसानों-गरीबों-मजदूरों की सरकार है। पिछले साल पूरे देश मे गेंहू बिका 1735 रुपये क्विंटल मप्र में हमने 265 रुपये और मिला दिए यहाँ बिका 2000 रुपये क्विंटल। पिछले साल प्याज की बम्पर फसल हो गयी। 1 रुपये किलो भाव हो गया, किसानों की आखों में आंसू आ गए तो हमने प्याज खरीदने का फैसला किया। हमने तय कर दिया कि 400 रुपये क्विंटल प्याज और 800 रुपये क्विंटल लहसुन पर देंगे। चना, मसूर, सरसों की खरीदी पर भी 100 रुपये अतिरिक्त और सोयाबीन पैदा करने वाले किसान भाइयों चिंता मत करना भरपुर दूंगा भरपूर। कोई कसर नहीं छोडूंगा। किसानों के पसीने की पूरी कीमत दी जाएगी। अन्न देवता व किसान देवता की जिंदगी बर्बाद नहीं होने दूंगा। अब पार्वती और कालीसिंध को जोड़कर पूरे मालवा को नंदन वन बना दूंगा।
श्री चौहान ने कहा कि हमने मजदूरों और गरीबो का कल्याण करने का काम किया है। कांग्रेस इंदिरा जी के समय से कहती आ रही है। इंदिरा जी कहती थी गरीबी हटाओ, राजीव जी कहते थे गरीबी हटाओ, लेकिन गरीबी नहीं हटी गरीबो को हटा दिया। हमने संबल योजना बनाई, तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद 1 रुपये किलो गेंहू, चावल, नमक मध्यप्रदेश के गरीबो को दिया तो शिवराजसिंह और भाजपा की सरकार ने दिया। बिना किसी भेदभाव के, किसी भी वर्ग के हो, बिना किसी जाति भेद के सबको सस्ता गेंहू-चावल देने का काम किया है। गरीबी हटाने की बात कांग्रेस ने की, हमने प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने का काम किया, कांग्रेस के समय प्रति व्यक्ति आय 13 हज़ार रुपये थी, जो बढ़कर 79 हज़ार हो गयी है। हमने संबल योजना बनाई, संबल गरीबो का बल बनकर उभर गईं। गरीब को क्या चाहिए कि, गरीबी कैसे दूर होगी, सीखना है तो मोदी जी से सीखो, शिवराजसिंह से सीखो, भाजपा से सीखो। संबल में 2 करोड़ 24 लाख लोगों का पंजीयन हो गया। इसमे सभी वर्गों के लोग है, सामान्य-पिछड़ा-एस सी/ एस टी, अल्पसंख्यक सबको संबल से जोड़ने का काम किया हैं। हमने तय किया था, जितने गरीब है मप्र की धरती पर अगर उनके पास रहने की जमीन का टुकड़ा नहीं है, तो पट्टा देकर मालिक बनाने का काम हमने किया है। कोई गरीब बिना जमीन के नहीं रहेगा, कांग्रेस के समय गरीब झुग्गी, झोपडी और पन्नी तानकर रहने को मजबूर थे, अरे ये लोकत्रन्त है, गरीबो को भी बराबरी का हक़ है, भले ही वो किसी जाति का हो, हमने तय किया कि उसे आवास बनाकर देंगे। प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री अंत्योदय आवास योजना के अंतर्गत 2022 आजादी की 75 वी वर्षगांठ तक हर गरीब का पक्का मकान बन जायेगा। कोई झोपड़ी में नहीं रहेगा, कोई पल्ली तानकर नहीं रहेगा। श्री चौहान ने कहा कि मप्र के बच्चों का भविष्य बर्बाद नहीं होने दूंगा, बच्चे जब मिलते है तो कहते है, कि मामा हमने पढ़ने में तेज है, लेकिन मम्मी पापा गरीब हैं। फीस भरने का पैसा नहीं हैं, हमने तय किया कि पहले मेधावी विद्यार्थी योजना के अन्तर्गत फीस भरवाता था, 8-9 लाख रुपये की फीस भी भरने का काम भाजपा सरकार ने किया है। इस अवसर पर सुखलाल मंसारे, पप्पू शर्मा, मुकेश चौहान, राजाराम गोयल, जीवन गेहलोद, मनोज अवस्थी, सुरेश सिंह धनखेड़ी, अंतर दयाल, मुकेश पटेल, विक्रमसिंह राठौर, महेश ठेकेदार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री का अनूठा सम्मान
धन्यवाद पत्रों की माला से हुआ अभिनंदन
संबल योजना, कन्यादान, लाडली लक्ष्मी, तीर्थ दर्शन, विद्यार्थी, बीमारी सहायता, स्व. सहायता समूह सहित अनेक योजनाओं के हज़ारों लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद पत्र लिखे थे, उन्हें लाभार्थियों द्वारा ही अपने हाथ से माला बनाकर तैयार किया गया और लाभार्थियों ने मंच पर मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद के भाव का प्रकटीकरण माला पहनाकर किया।