सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद एक और तोहफा दिया है. सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, गैर-सरकारी प्रोविडेंट फंड, पेंशन और ग्रेच्युटी की ब्याज दरें 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दी गई है. आपको बता दें कि नई दरें 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त होने वाली तिमाही के लिए लागू होंगी. वित्त मंत्रालय ने 4 अक्टूबर को स्पेशल डिपॉजिट स्कीम (एसडीएस) 1975 के तहत जमा पर ब्याज दरों में इस संशोधन का नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे किसकों फायदा होगा-एसडीएस की ब्याज दरों में बढ़ोतरी गैर-सरकारी पीएफ, पेंशन और ग्रैच्युटी फंडों में निश्चित रूप से अतिरिक्त मुनाफा (रिटर्न) प्राप्त करने में मदद करेगी. इन फंडों में निवेश करने वाले कर्मचारी या लाभार्थियों को लंबी अवधि में इसका फायदा मिलेगा. लेकिन, इन्हें सरकार की ओर से तय निवेश के दिशानिर्देशों का पालन करना होता है. इसका मतलब साफ है कि की अब नौकरी करने वालों को ग्रेच्युटी पर ज्यादा मुनाफा मिलेगा.
एसडीएसी क्या होता है – केंद्र सरकार ने विशेष जमा स्कीमों यानी एसडीएस को 1 जुलाई 1975 में शुरू किया था. इस योजना का उद्देश्य गैर-सरकारी पीएफ, पेंशन और ग्रेच्युटी फंड, जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के सरप्लस फंड और कर्मचारी राज्य बीमा इत्यादि से बेहतर रिटर्न प्रदान करना था. जब ये संस्थान एसडीएस में धन जमा करते हैं, तो सरकार इसमें लगार्इ गर्इ रकम पर ब्याज का भुगतान करती है. बढ़ गई ब्याज दरें- 31 मार्च, 2018 को समाप्त तिमाही के लिए ब्याज दर 7.6 फीसदी थी. जबकि जून और सितंबर तिमाहियों में इन्हें 7.6 फीसदी पर यथावत रखा गया था. सरकार ने अब दरें बढ़ाकर 8 फीसदी कर दी है.