हमने देश के प्रति सोचने का पैमाना बदल दिया है: शाह

o   सीमा के दुश्मनों या फिर देश में घुसपैठिये कोई नहीं बचेंगा

o   आजादी के 75 साल होने तक सबको मकान, स्वास्थ्य और सम्मान का सपना साकार होने जा रहा है

o   मध्यप्रदेश जैसे विकास के क्रांतिकारी कदम और कही नहीं देखे जाते

o   हमारा नेता और नीति स्पष्ट है, विरोधी बताए उनके पास क्या है ?

o   मुझे हसी आती है जब राहुल गांधी सुरक्षा पर भी बात करते है

o   राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने रानी लक्ष्मीबाई की समाधि और राजमाता सिंधिया की छत्री पर पुष्पांजलि अर्पित की।

o   अटलजी के पैतृक निवास पर पहंुचकर उनके परिजनों से मिलकर अटलजी के चित्र को प्रणाम किया

o   ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश की समृद्धि, सुरक्षा और समाज के कल्याण की दिशा में सोचने का पैमाना बदल दिया है। इसी कारण से आज देश के भीतर न सिर्फ गरीबों के चेहरे पर आत्म विश्वास जागा है बल्कि देश के बाहर भी भारत की प्रगति के कारण भी प्रतिष्ठा बढ रही है। आज देश की सीमाओं पर आंख गडाने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता है। वही देश के भीतर से घुसपेठियों को खदेडने का अभियान जोर पकड चुका है। हमने राष्ट्र की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, विदेश नीति और समाज कल्याण में आमूल चूल परिवर्तन के लिए साहसिक निर्णय लिए है। मध्यप्रदेश में भी पिछले 15 वर्षो में जो काम किए गए है ऐसे संवेदनशील और क्रांतिकारी कार्यो के उदाहरण अन्य कही दिखायी नहीं देते। इसलिए मैं कहता हंू कि देश ने जो करवट बदली है उसको निरतंर बनाए रखने के लिए भारत को सभी मोर्चा पर शिखर गामी बनाने के लिए आने वाले 2018-19 के चुनाव हम बेहद असरकारी होंगे। हम देश में एक नया इतिहास लिखने जा रहे है और यह इतिहास युवाओं की उर्जा उत्साह तथा पराक्रम से ही लिखा जायेगा।

o   श्री शाह ने यह बात ग्वालियर में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम के दौरान हजारों युवाओं को संबोधित करते हुए कही।

o   मैं आज ग्वालियर के इस भूमि को प्रणाम करता हंू।

o   जिस भूमि पर मात्र 23 साल की उम्र में वीरागंना लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। ग्वालियर अंचल में ही जन्मे रामप्रसाद बिस्मिल की आजादी की दीवानगी देश ने देखी है। परतंत्रता और अन्याय के विरूद्ध उन्होंने कैसा बिगुल फंूका था। ग्वालियर चंबल की माटी में ही ऐसा प्रताप हो सकता है।

o   श्री अमित शाह ने युवा संवाद के मंच से महादजी सिंधिया, अटलजी और राजमाता जी का श्रद्धापूर्वक स्मरण किया।

o   उन्होंने कहा कि महादजी ने विधर्मियों के विरूद्ध जो संघर्ष किया था मैं उसे नमन करने आया हंू।

o   उनके कारण भारत का मानचित्र नहीं बदल सका अन्यथा हालात कुछ और होते।

o   वीरांगना लक्ष्मीबाई काशी के एक गरीब ब्राहम्ण घर में जन्मी थी लेकिन उसने ऐसा जीवन जिया कि लाखों साल तक उन्हें याद किया जायेगा।

o   युवाओं को ऐसी विभूतियों से प्रेरणा लेकर अपना जीवन प्रशस्त करना चाहिए जो दूसरों के लिए जीते रहे।

o   इसी प्रकार के महापुरूषों की प्रेरणा से और विचारधारा से चलने वाली सरकार आज इस देश में है।

o   2014 में जो चुनाव हुए थे वे आम चुनाव नहीं थे। उस चुनाव ने इस देश में युग परिवर्तन की नीव रखी।

o   ठीक इसी प्रकार 2018-19 का चुनाव भी आम चुनाव नहीं होगा बल्कि लंबे समय तक असर छोड़ने वाला चुनाव होगा।

o   उन्होंने 1975 के इंदिरा गांधी के द्वारा थोपे गए आपातकाल का स्मरण करते हुए कहा कि आपातकाल के बाद यदि 1977 में इंदिरा गांधी यदि चुनाव जीत गयी होती तो दुनिया का लोकतंत्र से भरोसा उठ जाता। लेकिन देश के नागरिकों ने संविधान को सर्वोपरि सिद्ध किया।

o   ठीक इसी प्रकार हमें लोकतंात्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 2018-19 में अपने उस दल की विराट विजय के लिए काम करना होगा जो दल सरकार बनाने के बाद देश की महान जनता की सेवा के विचार से ओतप्रोत है।

o   उन्होंने कहा कि हम संगठन के स्तर पर भी लोकतांत्रिक है और सरकार के स्तर पर भी।

o   उन्होंने युवाओं की ओर देखते हुए कहा कि 1982 में मैं अहमदाबाद के बूथ क्र. 293 का अध्यक्ष था और आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का अध्यक्ष हूँ ।

o   ठीक इसी प्रकार बचपन में भारी गरीबी के बीच चाय बेचकर जीवन यापन करने वाला व्यक्ति आज देश का प्रधानमंत्री है।

o   युवाओं को इसका अर्थ समझना चाहिए।

o   उन्होंने प्रश्न उछाला कि क्या समाजवादी पार्टीबहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस में ऐसा संभव हैतो युवा संवाद में बैठे हजारों युवाओं ने कहा संभव नहीं है।

o   उन्होंने युवाओं से कहा कि अकेली भाजपा ही है जिसमें उर्जा के साथ मेहनत करने वाला प्रतिबद्ध कार्यकर्ता स्थापित होता है। क्योंकि हम परिवार के लिए नहीं संगठन और देश के लिए राजनीति करते है।

o   उन्होंने कहा कि जो लोग पीढी दर पीढी संगठन और परिवार के मुखिया बने रहना चाहते है वे जब अपने संगठन में ही लोकतंत्र स्थापित नहीं कर पाए तो देश में क्या स्थापित करेंगे।

o   श्री शाह ने कहा कि जिस प्रदेश से महारानी लक्ष्मीबाईरामप्रसाद बिस्मिलअटलबिहारी वाजपेयी और राजमाता विजयाराजे सिंधिया निकली हो उसे कांग्रेस ने डाकुओं का प्रदेश बना दिया था।

o   लेकिन हमारी सरकार ने पिछले 15 सालों में डाकुओं और नक्सलियों का नामोनिशान मिटा दिया है।

o   देश में हमारी सरकार के साढ़े चार साल और प्रदेश में 14साल का आंकलन की आज आवश्यकता है।

o   जिस प्रदेश को मिस्टर बंटाढार बीमारू प्रदेश बनाकर गए थे उसे आज शिवराजजी के नेतृत्व में विकसित प्रदेश बनाया गया है।

o   जिस प्रदेश में 14 साल पहले तीन घंटे भी बिजली नहीं आती थी आज उस प्रदेश में गांव से शहर तक 24 घंटे बिजली आती है।

o   श्री शाह ने कहा कि साढे चार साल में नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने देश के विकास के लिए सोचने का पैमाना ही बदल दिया है।

o   इससे पहले योजनाएं बनती थी और ऐसे ढीले ढाले लक्ष्य दिए जाते थे जैसे 2000 गांव को बिजली देना हैसांसदों को गैस के कूपन देना है, 10 हजार गरीबों के मकान बनाना है लेकिन जब मोदी जी के नेतृत्व में दीनदयाल जी की विचारधारा को पालने वाली पार्टी सत्ता में आयी तो अंत्योदय की कल्पना को साकार करने के लिए संपूर्ण परिवर्तन का लक्ष्य लिया गया।

o   इसी का नतीजा है कि 70 साल से देश के हजारों गांव अंधेरे में डूबे थेउन सभी गांव को साढे चार साल में बिजली दे दी गयी है।

o   आज देश में एक भी गांव बिना बिजली के नहीं है।

o   सांसदों को गैस कनेक्शन के कूपन देने वालों को हम बताना चाहते है कि हमने हर घर में गैस कनेक्शन देने की ठानी है और इस छोटे से कार्यकाल में 5 करोड से ज्यादा परिवारों को गैस कनेक्शन दिए जा चुके है।

o   हमारा लक्ष्य है 2022 तक सबका अपना घर होसबके लिए विद्यालय होदेश में कोई निरक्षर नहीं रहे।

o   श्री शाह ने प्रश्न किया कि क्या कारण था कि इसरो यही थावैज्ञानिक यही थे लेकिन हम उपग्रह प्रक्षेपण की दिशा में उस तरह से क्यो नहीं सोच पाते थे जिस तरह देश के वैज्ञानिक चाहते थे।

o   कारण बहुत साफ है कि सोचने का स्केल ही नहीं था।

o   पांच या दस उपग्रह प्रक्षेपित कर रह जाते थे। लेकिन मोदी जी की सरकार आने के बाद हमने अपने वैज्ञानिकों के हौसले को समझा और पंूछा कि अभी तक  इसी देश में सर्वाधिक कितने उपग्रह एक साथ छोडे है।

o   जवाब मिला था अमेरिका ने 101 छोडे है। इसके बाद सारी दुनिया ने देखा हमारे इसरो के उन्हीं वैज्ञानिकों ने एक साथ 104 उपग्रह छोडने का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया।

o   हमने दुनिया के सामने अपने नेतृत्व का दम स्थापित करने का संदेश दिया है।

o   भारत सरकार ने जो कठोर फैसले लिए उनके कारण आज दुनिया में हमारा सम्मान बढा है।

o   कांग्रेस के समय हमारी अर्थव्यवस्था नौवे नंबर पर थी। जो आज दुनिया की छठवी अर्थव्यवस्था बन गयी है और पांचवी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है।

o   श्री अमित शाह ने कांग्रेस और अन्य राजनैतिक दलों को धिक्कारते हुए कहा कि देश भर में करोड़ो घुसपेठिए बरसों से भूखमरी और बेरोजगारी का कारण बने हुए है लेकिन वोट के लालच में किसी ने उन्हें चिन्हित करने की और निकालने की हिम्मत नहीं दिखायी।

o   लेकिन हमने असम में भाजपा की सरकार बनते ही एनआरसी पर काम शुरू कर दिया और अभी तक 40 लाख घुसपैठियों को चिन्हित कर लिया गया है।

o   इतना ही नहीं उनको बाहर खदेडने का काम भी प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कामरूप से कच्छ तक एक भी घुसपैठिया इस देश में नहीं बचेगा। यह देश के साथ हमारा वादा है।

o   श्री शाह ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि जबसे घुसपैठियों के विरूद्ध कार्यवाही शुरू हुई है तो राहुल एंड कंपनी के पेट में दर्द होने लगा है।

o   ममताबसपासपा सब कहने लगे है बेचारे कहां जायेंगे। मानवाधिकारों का क्या होगा। मैं उनसे कहना चाहता हंू देश की कीमत पर कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

o   2019 में हमारी सरकार बनने के बाद हमारे एजेंडे में घुसपैठियों को खदेडना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

o   उन्होंने कहा कि मुझे हसी आती है कि जब राहुल गांधी सुरक्षा के विषय पर भी बोलने लगते है।

o   मैं उनको बताना चाहता हंू कि 1990 से आतंकवादी इस देश में उत्पाद मचा रहे थे।

o   आपके मौनी बाबा के 10 साल के कार्यकाल में 30 से ज्यादा भयानक धमाके इस देश में हुए।

o   हमारे भाई सैनिक हेमराज का सिर काट लिया गया। आपकी सरकार ने उफ नहीं की।

o   लेकिन हमने सुरक्षा को लेकर सोचने का नजरिया बदल दिया है।

o   हमारी सरकार बनते ही उरी में 12 जवानों को आतंकवादियों ने जिंदा जला दिया। शायद उन आतंकवादियों को यह पता नहीं था कि देश में निजाम बदल चुका है।

o   नई सरकार ने इस दुस्साहस पूर्ण कार्यवाही के मात्र 10 दिन के भीतर अपनी सेना के रणबाकुरों को आदेश दिया और परिणाम सारी दुनिया ने देखा कि हमारे रणबांकुरों ने सर्जिकल स्ट्राइक करके दुश्मन को उसकी हैसियत बता दी।

o   इससे पहले इस प्रकार की कार्यवाही करने का माद्दा सिर्फ अमेरिका और इजराइल के पास ही था।

o   हमारी सेना ने भारत को ऐसे राष्ट्र की श्रेणी में खडा कर दिया जो दुश्मन की सरहदों में जाकर भी उसके होश ठिकाने लगा सकता है।

o   उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर भी शर्मनाम बयान देते हुए कहा था कि मोदी जी सेना के खून की दलाली मन करिए।

o   मैं उस राहुल गांधी को कहना चाहता हंू कि उन्हें शहीदों के जज्बे की जानकारी नहीं है।

o   उन्होंने कभी सैनिक की विधवा के दर्द को नहीं देखा। उन्हें नहीं पता कि अनाथ बच्चे कैसे अपना जीवन यापन करते है।

o   वे यह कभी समझ भी नहीं सकते क्योंकि उनकी आंख पर इटालियन चश्मा लगा हुआ है।

o   श्री शाह ने मोदी जी की  आर्थिक नीतियों के कारण मिल रहे अंतर्राष्ट्रीय सम्मान का जिक्र करते हुए कहा कि देश का इससे बडा गौरव क्या हो सकता है कि दाभोस में आयोजित आर्थिक परिषद की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति टंªप के होते हुए भी मोदी जी को उदघाटन भाषण करने का सम्मान प्रदान किया गया।

o   निश्चित तौर पर यह मोदी जी का नहीं हमारी बढती अर्थव्यवस्था का और सवा करोड भारतीयों का सम्मान था।

o   आज देश में गरीबों के लिए जो किया जा रहा है वह हमारी संवेदनशीलता का परिणाम है।

o   चाहे कौशल विकास होस्किल इंडिया होस्टार्टअप हो या स्टेंडअप।

o   युवाओं के लिए ऐसी अनेक योजनाएं बनाकर सरकार ने आमूलचल परिवर्तन के प्रयास किए है।

o   उन्होंने कहा कि एक तरफ पूर्ण बहुमत की हमारी सरकार है और दूसरी तरफ तमाम दलों को लेकर देखे जा रहे महागठबंधन के सपने।

o   हम देश के लिए लड रहे है और वे कुर्सी के लिए लड रहे है।

o   हम कहते है बेरोजगारी हटाओ वे कहते है मोदी हटाओ।

o   हम कहते है अशिक्षा और भ्रष्टाचार मिटाओ वे कहते है मोदी हटाओ।

o   हमने किसानों को फसलों के डेढ गुने दाम दिए, 5 लाख तक की स्वास्थ्य योजना दी लेकिन वे फिर भी कहते है मोदी हटाओ।

o   कैसे आश्यर्च की बात है कि स्वयं मायावती जी कहती है कि हमें देश में मजबूत नहीं मजबूर सरकार चाहिए।

o   श्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश को लेकर कहा कि जो लोग मध्यप्रदेश में सरकार बनाने का सपना देख रहे है उनके पास न नेता है न नीति है और न नीयत है।

o   ऐसे लोग क्या सरकार देंगे।

o   मैं डंके की चोट पर कहता हंू कि हमारे पास शिवराजसिंह चैहान है। अब वे बताए उनके पास कौन है।

o   उन्होंने कहा कि राहुल बाबा खुद को प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा करते है तो ममतालालूशरद सब विरोध में खउे हो जाते है।

o   लेकिन हम जब कहते है कि हमारा नेता विश्व स्तर के नरेन्द्र मोदी है तब पूरा संगठन समर्थन में तालियेां की गडगडाहट से सहमति प्रदान करना है।

o   उन्हेें बेटाबेटीपोते बनाने हैहमें मजबूत देश बनाना है।

o   श्री अमित शाह ने युवाओं का आव्हान किया कि देश 50साल बाद कैसा हो यह आपको तय करना है।

o   50 साल बाद भी कोई देश की सीमा की ओर आंख उठाने की हिम्मत नहीं कर सके। हमें ऐसा नेतृत्व देना है।

o   इसलिए आज और अभी से संकल्प लीजिए। 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूर्ण होने पर हम भूखमरीबेरोजगारी और अशिक्षा को देश से निकाल देंगे।

o   हम अच्छी तरह जानते है ऐसा संकल्प मोदी जी के अलावा कोई नहीं ले सकता।

o   उन्होंने युवाओं को याद दिलाया कि 2003 का मध्यप्रदेश जब कांग्रेस की सरकार थी तो कुल बजट 20 हजार करोड होता था आज वह 2 लाख करोड है।

o   प्रदेश की जीडीपी 1 लाख करोड थी आज 7 लाख करोड है।

o   प्रति व्यक्ति आय 15 हजार रूपए थी आज 80 हजार रूपए है।

o   मध्यप्रदेश अर्थव्यवस्था में नीचे से दूसरे नंबर पर था आज उपर से चैथे नंबर पर है।

o   सिंचाईकृषि और सडकों के मामले में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने इतिहास रचा है।

o   कारण बहुत स्पष्ट है कि जो गरीबी और दुखों के बीच से निकलकर आगे आता हैसरकार बनाता है वही समाज का विकास कर सकता है।

o   श्री अमित शाह ने कहा कि मैं दिग्विजय सिंहकमलनाथ और सिंधिया सहित कांग्रेस के सभी नेताओं को चुनौती देता हंू कि वे मंचतारीख और समय तय कर लें विकास के मुद्दे पर हमारे युवा का कार्यकर्ता ही उनसे बहस कर लेगा।

o   क्योंकि कांग्रेस सरकार 13 वे वित्त आयोग तक मध्यप्रदेश को मात्र 1.34 लाख करोड रूपए दिया करती थी उसी मध्यप्रदेश को आज हमारी सरकार 3.44 लाख करोड रूपए देती है।

o   हमने 56 हजार करोड रूपए अन्य योजनाओं मंे भी दिए है। उन्होंने युवाओं से कहा कि यह सभी बातों का आंकलन करने की आवश्यकता है और मध्यप्रदेश तथा देश भविष्य में कैसा दिखायी दे यह इसी चुनाव में तय करना है।

o   इसलिए युवा उठे और आज जो विकास तथा राष्ट्रवाद की हवा देश में चल रही उसे आंधी में बदले और आंधी को ऐसी सुनामी में बदल दे जो देश का विकास नहीं चाहते। जो देश को समृद्ध और सशक्त नहीं चाहते वह उखड जाए और क्षिप्रा नदी में डूब जाए।

o   उन्होंने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं से चुनाव तक एक एक मिनट संगठन को देकर राष्ट्रोत्थान के नए यज्ञ में आहूति देने का संकल्प दिलाया।