एयरपोर्ट पर चेहरे से होगी पहचान


प्रभु ने कहा- फरवरी से लागू हो सकता है बायोमैट्रिक सिस्टम

नई दिल्ली। एयरपोर्ट पर बायोमैट्रिक और चेहरे से यात्रियों की पहचान के लिए केंद्र सरकार डिजि यात्रा प्लेटफॉर्म लेकर आ रही है। गुरुवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि इसे लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है। प्रस्ताव को अगले साल फरवरी से लागू किया जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत जयपुर, वाराणसी और विजयवाड़ा एयरपोर्ट को चुना है।
यात्रियों की इच्छा से होगी बायोमैट्रिक पहचान
सरकार डिजि यात्रा प्लेटफॉर्म के जरिए हवाई यात्रा को पेपरलेस और आसान बनाना चाहती है। इसके लिए बड़े एयरपोर्ट्स पर डिजिटल बायोमैट्रिक सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रभु ने बताया कि यात्रियों के लिए चेहरे से पहचान कराना स्वैच्छिक होगा। वे चाहें तो इसके लिए दस्तावेज भी दिखा सकते हैं।
एयरपोर्ट पर ऐसे मिलेगी एंट्री
एयरपोर्ट के डिपार्चर एरिया/गेट पर सीआईएसएफ के जवानों को आधार ऑथेंटिकेशन डिवाइस दी जाएंगी। डिवाइस पर फिंगरप्रिंट लगाते ही यात्रियों की पहचान हो सकेगी।
अब तक किसी यात्री के पास पहचान दस्तावेज नहीं होने पर उसे यात्रा करने से रोक दिया जाता था। ऐसे में कई बार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बायोमैट्रिक एक्सेस होने से पहचान पत्र साथ रखने की जरूरत नहीं रहेगी।
दूसरी ओर, फर्जी आईडी या मिलते-जुलते चेहरे वाले यात्रियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। अगर कोई अपराधी चेहरा बदलकर यात्रा करने की कोशिश करेगा तो बायोमैट्रिक मशीन से उसकी भी पहचान होगी।