दिल्ली। चुनाव के ठीक पहले केंद्र में बैठी मोदी सरकार केबिनेट ने इंदौर और भोपाल में मेट्रो ट्रेन चलाए जाने के प्रोजेक्ट को बुधवार को मंजूरी दे दी। इसे मध्यप्रदेश में अगले महीने होने जा रहे हैं चुनाव के पूर्व भाजपा का बड़ा तोहफा माना जा रहा है। इस संबंध में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कैबिनेट ने भोपाल में मेट्रो की अनुमति दे दी है। भोपाल में कुल 27.87 किलोमीटर के लिए मेट्रो बनाई जाएगी। मेट्रो निर्माण में आने वाले खर्च को केंद्र और राज्य सरकार आधा-आधा वहन करेगी। चार साल में पूरा होने वाले इस प्रॉजेक्ट पर कुल 6,941.40 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि भोपाल के अलावा इंदौर मे 31.55km का प्रोजेक्ट 7 हजार 500.80 करोड का होगा । 20 – 20 प्रतिशत राशि केन्द्र और राज्य सरकार देगी ,60% राशि का लोन लिया जाएगा।।
रिंग रोड के रूप में बनने वाली यह लाइन एक तरह से पूरे इंदौर को कवर कर लेगी। चार साल में पूरी होने वाली इस योजना में कुल 7,500,80 करोड़ की लागत आएगी। कैबिनेट के इस फैसले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को धन्यवाद दिया। बता दें कि साल के अंत में मध्य प्रदेश में विस के चुनाव भी प्रस्तावित हैं और बीजेपी एक बार फिर से अपने इस पुराने गढ को बचाने की जी तोड़ कोशिश कर रही है। इसी के चलते यह मंजूरी इस कोशिश का बड़ा हिस्सा मानी जा रही है।