सुप्रीम कोर्ट के 46 वें चीफ जस्टिस के तौर पर बुधवार को जस्टिस रंजन गोगोई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद और गोपनियता की शपथ दिलाई। अदालतों में लगा करोड़ों मुकदमों का ढेर और न्यायाधीशों के खाली पड़े पद जस्टिस गोगोई के लिए एक बड़ी चुनौती होंगे। हालांकि पद संभालने के पहले जस्टिस गोगोई ने एक कार्यक्रम में संकेत दिए थे,कि उनके पास एक प्लान है, जिससे देश की अदालतों में चल रहे मुकदमों को जल्द निपटाया जा सकता है लेकिन उन्होंने प्लान का खुलासा नहीं किया था। जस्टिस गोगोई का प्रधान न्यायाधीश के तौर पर करीब 14 महीने का कार्यकाल रहेगा। वह 17 नवंबर, 2019 तक सीजेआई के पद पर रहेंगे।