अयोध्या में मंदिर के अलावा कुछ और बन नहीं सकता: उमा भारती
भोपाल। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अयोध्या राम मंदिर मामले में सर्वोच्च अदालत के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वहां मंदिर के अलावा कुछ और बन नहीं सकता। इस मामले में स्वाभाविक रूप से जो होना है, उस स्थिति को हमने अपनी जान हथेली पर रखकर निर्मित कर दिया है। मंदिर निर्माण का रास्ता खुल गया है, जब तक जिएंगे राम का नाम लेते रहेंगे।
राजधानी में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उमा बोलीं कि आज का दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण है। यह दो आस्थाओं के टकराव का मामला नहीं है। एक सवाल पर उन्होंने दावा किया कि अयोध्या मुसलमानों का धर्म स्थल नहीं है उनका धर्मस्थल तो मक्का-मदीना है। राममंदिर का फैसला जल्द हो, उसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
एक सवाल पर उनका यह भी सुझाव था कि अब तो यह विवादास्पद जमीन का मामला हो गया, इसलिए कोई बड़ा दिल करके दे नहीं सकता है। ऐसे में देश का मुस्लिम वर्ग आगे बढ़कर यह कह दे कि वहां मंदिर निर्माण करिए तो इससे अच्छा तो कुछ हो नहीं सकता।
देश के विभाजन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश का बंटवारा कर दिया। राम का नाम लेने पर 1993 में कांग्रेस ने भाजपा की सरकारें गिरा दी थीं। धारा 356 का दुरुपयोग किया गया था।
व्यापमं मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर पर उन्होंने कहा कि कोर्ट सबका पक्ष सुनता है किसी को रोक नहीं सकते। महिलाओं के संबंध में कोर्ट के ताजा फैसले पर वह बोलीं कि हर मामले को लेकर कोर्ट जाना ठीक नहीं है। महिलाएं हर मामले में पुरुषों से श्रेष्ठ हैं।