पहले की सरकारें एकात्म दर्शन अपनाती तो अब तक बड़ा बदलाव आ जाता: तोमर

उज्जैन। देश की राजनीति में कई दर्शन हैं, कई विचारधाराएं हैं और इसी के बीच पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्मक मानव दर्शन देश के सामने रखा। एकात्म मानव दर्शन एक लम्बे कालखंड तक प्रसिद्धि नहीं पा सका, क्योंकि पंडित जी जनसंघ के नेता थे। उस समय देश की सरकार एकात्म मानव दर्शन के कुछ अंशों को स्वीकार करके देश और समाज में बड़ा सकारात्मक बदलाव ला सकती थी, राजनैतिक शुचिता ला सकती थी, पर सरकार ने ऐसा नहीं किया। सरकार को ये डर था की अगर एकात्म मानव दर्शन प्रसिद्ध हो गया तो इसका पूरा श्रेय जनसंघ को और पंडित दीनदयाल जी को जाएगा, जो कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी। मगर सत्य, सत्य होता है। आज सिर्फ भारत ही नहीं वरन विश्व के अनेक देश ये मानने हेतु बाध्य हैं कि पंडित जी का एकात्म मानव दर्शन ही विश्व में शांति स्थापित करने हेतु श्रेष्ठकर है। यह बात केंद्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने उज्जैन में आयोजित पालक संयोजक सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान कही।

उज्जैन भाजपा नगर का पालक एवं संयोजक सम्मेलन जिलाध्यक्ष श्री विवेक जोशी की अध्यक्षता में त्रिवेणी स्थित आंजना परिसर पर आयोजित किया गया। इसमें मुख्यातिथि के रूप में केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, विशेष अतिथि के रूप में संभागीय संगठन मंत्री श्री प्रदीप जोशी एवं नगर भाजपा के प्रभारी श्री नेमीचन्द जैन उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री तोमर ने कहा की शून्य से प्रारंभ हुई भारतीय जनता पार्टी ने आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का गौरव प्राप्त किया है। भाजपा ने देश को राष्ट्रपति दिया, उपराष्ट्रपति दिया, प्रधानमंत्री दिया, लोकसभा अध्यक्ष दिया। आज देश के 75 प्रतिशत से ज्यादा भूभाग पर भाजपा की सरकारें हैं। ये पराक्रम है उस कुशल नेतृत्व का जिसने सामान्य पृष्ठभूमि में रहते हुए संगठन को शून्य से लोकसभा में 282 सीटें प्राप्त करने का गौरव प्रदान किया। वो नाम है स्व अटल बिहारी वाजपेयी का, जिनके विचारों और कार्यशैली का अनुसरण कर हम आज यहां तक पहुँच पाए है। श्री तोमर ने कहा की पंडित जी ने हर हाथ को रोजगार की बात कही, बेटियों की शिक्षा की बात कही। आज मध्यप्रदेश की सरकार ने पंडित जी के उन्ही विचारों को अपने कार्यों में शामिल किया है। चाहे वो लाड़ली लक्ष्मी के रूप में हो, चाहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के रूप में हो या अन्त्योदय के रूप में, हर योजना में पंडित जी के विचारों की झलक मिलती है। आज प्रदेश वासियों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु किसी के सामने गिड़गिड़ाने की आवश्यकता नहीं है और उन्हें स्वाभिमान के साथ उनका अधिकार दिलाने का कार्य भाजपा की सरकार ने किया है। 60 वर्ष से कम उम्र में स्वाभाविक मृत्यु होने पर भी 2 लाख रुपए मिलेंगे, ऐसी कई योजनाएं प्रदेश में चल रही हैं, जिनका प्रत्यक्ष लाभ हितग्राही को और उसके परिवार को मिलता है। उन्होंने कहा कि योजनायें सिर्फ वोट पाने का अस्त्र नहीं हैं, वरन ये पंडित जी के विचारों से उपजी योजनाये हैं। ये सब योजनायें सर्वहारा समाज को सवाभिमान दिलाने की योजना है। ये गाँव, गरीब,किसान के कल्याण की योजनाएं हैं। ये देश में बदलाव लाने की योजनाएं हैं। सम्मलेन में सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, मंत्री श्री पारस जैन, विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री जगदीश अग्रवाल, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया, श्री इकबाल सिंह गाँधी, श्री अनिल जैन कालुहेदा, श्री वीरेंदर कावड़िया, श्री सोनू गहलोत सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्तिथ थे। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री श्री सुरेश गिरी ने किया।

केंद्रीय मंत्री ने बनाए मिट्टी के गणेश जी

सम्मेलन के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर सम्मलेन के पश्चात् लोकमान्य तिलक गणेश समिति के तत्वाधान में आयोजित मिटटी के गणेश जी सीखो और बनाओ कार्यक्रम में भी शामिल हुए। यहां श्री तोमर ने भी मिट्टी के गणेश जी का निर्माण किया। श्री तोमर विकास प्राधिकरण द्वारा नव निर्मित सामुदायिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम एवं पौधरोपण कार्यक्रम में भी शामिल हुए