मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्ही.एल.कान्ता राव ने कहा कि निर्वाचन मे मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। मीडिया की चौकस निगाह हर प्रत्याशी, राजनैतिक दलो और आवंछनीय गतिविधियों पर सतत बनी रहती है। मीडिया के कारण प्रत्याशी कोई भी गैर कानूनी कार्य करने से डरता है और चुनाव के समय आदर्श आचार संहिता का पालन करता है। मीडिया हर उस घटना को आम जनता व निर्वाचन आयोग तक पहुँचाता है जो सामान्यत: लोगो की निगाह से बची रहती है। मीडिया निर्वाचन मे सभी को प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है जिससे सही बात, मुद्दे और आयोग के निर्देश जनता तथा मतदाता तक पहुँचतें है। मीडिया वास्तव में जनता के सामने सबकी एक छवि प्रस्तुत करता है जिससे मतदाता को सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।
मीडिया की निर्वाचन में भूमिका पर आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्री धीरेन्द्र ओझा महानिदेशक (मीडिया एवं कम्यूनिकेशन) भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग यह मानता है कि आज मीडिया के बिना चुनाव की कल्पना भी नही की जा सकती । जनता की आवाज आयोग तक पहुँचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। आयोग मीडिया को अपना मित्र मानता है। मीडिया, आयोग के आँख व कान का कार्य भी करता है जिससे आयोग को वास्तविक स्थिति की जानकारी मिलती है।
श्री ओझा ने कहा कि इलेक्ट्रानिक मीडिया में राजनैतिक विज्ञापन जारी होने के पूर्व उसका प्रमाणीकरण होना आवश्यक है, इसमें सोशल मीडिया भी शामिल है। विज्ञापन संबंधी शिकायत होने पर उसकी जाँच कर संबंधित ऐजेंसी को कार्यवाही हेतु संबंधित विभाग को भेजा जाता है । श्री ओझा ने सोशल मीडिया, पेड न्यूज, आदर्श आचरण संहिता के संबंध में मीडिया की भूमिका, फेक न्यूज के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। नरोन्हा प्रशासन अकादमी में मीडिया की भूमिका पर आयोजित कार्यशाला में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजेश कौल तथा प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, सोशल मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।