– बिना स्वीकृति ही कार्य का शिलान्यास कर अपने पिता के सपने बताते हैं सचिन यादव
– कसरावद कांग्रेस नीतिगत मुद्दों से हटकर जनता में झूठ व भ्रम फैला रही है
बगैर धनराशि की व्यवस्था करें शिलान्यास करना और श्रेय लुटकर जनता से वोट बंटोरना कांग्रेस की परंपरा रही है। जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंचाई परियोजनाओं के लिए धनराशि की व्यवस्था की गयी और कामों को जमीन पर तेजी से उतारा गया। कांग्रेस के खोखले सपनों को भी पूरा करने का काम मप्र में भाजपा की शिवराजसिंह चौहान सरकार ने करके दिखाया है। आरटीआई में मिली जानकारी कसरावद के कांग्रेसी विधायक सचिन यादव को झूठा, गुमराह करने वाला, जनता में भ्रम पैदा कर वोट मांगने वाला और बगैर कुछ करें श्रेय लेने के लिए निचले स्तर की राजनीति करने वाला साबित करती है।
खरगोन। कसरावद क्षेत्र की सिंचाई योजनाओं के लिए क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक सचिन यादव व उनके भाई पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने एक भी पहल नहीं की। बल्कि दोनों भाई प्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा स्वीकृत कार्यों व योजनाओं को भी अपनी उपलब्धियां बताकर खुद की पीठ खुद ही थपथपाने लगते हैं। यहां तक की जो कार्य स्वीकृत ही नहीं हुआ उसका पत्थर भी खुद ही ले जाकर शिलान्यास कर देते हैं। यह कांग्रेस व उनके नेताओं की संस्कृति हैं जिसे यादव बंधुओं ने भी अपनाया हुआ है।
यह आरोप बुधवार को भाजपा जिला कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व कसरावद के पूर्व विधायक आत्माराम पटेल ने लगाया है। भाजपा जिलाध्यक्ष परसराम चौहान के मार्गदर्शन में आयोजित पत्रकारवार्ता में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव, जिला उपाध्यक्ष सुरेश पाटीदार, कार्यालय मंत्री हेमराज पाटीदार, मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार, कसरावद पश्चिम मंडल अध्यक्ष शिवराम पटेल, कसरावद पूर्वी मंडल अध्यक्ष शक्तिसिंह मंडलोई, अंदड़ मंडल अध्यक्ष ओम यादव, कसरावद नपध्यक्ष सुरेंद्र गुरु, मंडी अध्यक्ष मांगीलाल गाड़गे, पूर्व जिला मीडिया प्रभारी मोहन जायसवाल मंचासीन थे। पत्रकारवार्ता में पूर्व विधायक श्री पटेल ने यादव बंधुओं पर थोथी प्रशंसा बटोरने का आरोप लगाते हुए कहा वे भाजपा सरकार व जनप्रतिनिधियों की प्रत्येक उपलब्धि को अपनी बताकर पिता पूर्व उपमुख्यमंत्री स्व. सुभाष यादव का सपना करार देते हैं। जबकि कांग्रेस के समय स्व. सुभाष यादव के कार्यकाल न तो बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से संबंधित पत्राचार हुए और न ही किसी प्रकार की मंजूरी मिली। साथ ही उनके सुपुत्र व वर्तमान कसरावद विधायक सचिन यादव ने इसके लिए कोई प्रयास किए। पत्रकारवार्ता के प्रारंभ में पूर्व जिलाध्यक्ष श्री यादव ने भूमिका रखते हुए कसरावद क्षेत्र की सच्चाई को जनता तक पहुंचाने का आह्वान किया। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजयलक्ष्मी सांवले, अजा मोर्चा प्रदेश सदस्य चंद्रशेखर भालसे, खेल प्रकोष्ठ जिला सहसंयोजक चंद्रशेखर कर्मा, मामराज सैनी, दिलीप सांगले, कन्हैया कुमरावत, अभिलाष अत्रे आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
आरटीआई में उजागर हुआ कांग्रेस का झूठ
आरटीआई कार्यकर्ता अशोक सोलंकी द्वारा संबंधित विभाग से जुटाई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। श्री पटेल ने 25 सितंबर को कसरावद के डाबरी गांव में कांग्रेस द्वारा नर्मदा पूजन व किसान महापंचायत के आयोजन को थोथी वाहवाही लूटने वाला करार देते हुए कहा इसके मुख्य सूत्रधार विधायक श्री यादव ने बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना को बड़े भाई के आशीर्वाद से भोपाल में रहकर किये गये प्रयासों का परिणाम बताया है। उन्होंने इस दौरान अपने पिता के सपनों, कठिनाई, चुनौतियों व संघर्ष का भी जिक्र किया। साथ ही यह भी कहा कि इस योजना का शिलान्यास करने आने वाले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान योजना का श्रेय लुटना चाहते हैं। श्री यादव ने यह भी कहा कि भाजपा ढोंगी व पाखंडी है और गुमराह करने का काम करती है। यह भी कहा कि इनका झूठ व फरेब अब नहीं चलेगा। पहाड़ी क्षेत्र में नर्मदा नहीं आएगी यह भाजपा कहती थी ऐसा आरोप भी लगाया है। कांग्रेस के उक्त झूठ के विपरित सच्चाई यह है कि सूचना का अधिकार के तहत 1 मार्च 2017 को दाखिल हुए तीन आवेदन में कुल सात बिंदूओं पर जानकारी आवेदक अशोक सोलंकी कसरावद ने लोक सूचना अधिकारी, सदस्य अभियांत्रिकी प्रकोष्ठ, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण भोपाल से मांगी थी। इसमें 1 जनवरी 2001 से 1 मार्च 2017 तक की अवधि के दौरान की मांगी गई जानकारी के जवाब में मिले कुल 99 पृष्ठों से यह स्पष्ट होता है कि इन 16 वर्षों के दौरान बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना स्वीकृति के लिए कोई ठोस प्रयास तो दूर एक पत्र भी यादव परिवार बोरावां द्वारा नहीं लिखा गया है। इससे यह भी साबित होता है किसानों को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने जो अमर्यादित शब्द (झूठा, फरेबी, ढोंगी व गुमराह करने वाला) भाजपा के नेताओं के लिए कहे थे दरअसल वह स्वयं सचिन यादव के लिए और उनके परिवार की षड़यंत्रकारी गुमराह करने वाली राजनीति के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द ही थे।
कांग्रेस शासन में अवरुद्ध रही सिंचाई योजनाएं
श्री पटेल ने कहा भाजपा की सरकार निमाड़ में कोई भी बड़ी सौगात जनता को देती है तो यह कहते हैं मेरे आदरणीय पिताजी का सपना था। पिताजी वर्ष 1980 से इसके लिए प्रयासरत थे और यह योजना भी उनका ही सपना है। मंगलवार को डाबरी में भी कुछ ऐसा ही कहा और जनता से कहा कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्षरत थे। जबकि सच्चाई यह है कि स्व. सुभाष यादव ने 15 साल कसरावद विधानसभा का नेतृत्व करते हुए जिसमें करीब नौ साल उपमुख्यमंत्री भी रहे। साथ ही अपैक्स बैंक, सहकारिता, एनव्हीडीए व जल संसाधन जैसे विभाग भी समय-समय पर उनके पास थे। इतने बड़े पदों पर रहते हुए इनके कार्यकाल में कसरावद क्षेत्र में पीडब्लूडी ने एक किलोमीटर की भी नई सड़क का निर्माण नहीं किया था। मुख्य मार्ग को छोड़कर कसरावद शहर से लगे पांच किमी दायरे के सभी गांवों में सड़कें कभी नहीं बनी थी। जब इंदिरा सागर की नहरों का काम शुरू हुआ था तो बलकवाड़ा क्षेत्र के गांवों से ग्रामीण इनके पास जाते थे और अपने क्षेत्र में नर्मदा का पानी लाने की मांग रखते थे। इनका जवाब होता था यह काम असंभव है। हम विधायक श्री यादव से कहना चाहते है कि आपके पिताजी के सपनों में अगर जान होती तो वर्ष 1984 में इंदिरा सागर परियोजना का भूमिपूजन हुआ था, तब से लेकर वर्ष 2003 तक बीच की कुछ अवधि छोड़ दी जाय तो लगातार 19 साल तक मप्र में कांग्रेस की सरकार रही थीं। उस कार्यकाल में कांग्रेस ने कितने किलोमीटर नहरें बनाई यह वास्तविकता जनता को बताइए। 2003 में भाजपा की सरकार बनने के बाद नहरों के काम में अभूतपूर्व तेजी आई और किसानों के खेतों में पानी पहुंचने लगा। कांग्रेस ने सिर्फ सपने देखे और दिखाए हैं। बगैर धनराशि की व्यवस्था करे शिलान्यास करना और उस काम को वर्षों तक लटकाकर उसके नाम पर भोली-भाली जनता से वोट मांगना यह कांग्रेस की परंपरा रही है।
भाजपा सरकार में घर पहुंच गैस सेवा
डाबरी आयोजन में विधायक श्री यादव ने प्रधानमंत्री जी के द्वारा गरीबों को गैस कलेक्शन देने की उज्ज्वला योजना पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया और कहा कि इसकी सब्सिडी गरीबों को ना मिलकर मोदी जी के खाते में जा रही है। पूर्व विधायक श्री पटेल ने कहा जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे अपरिपक्व नेता हो उसके विधायक से इससे ज्यादा उम्मीद भी भाजपा नहीं कर सकती है। श्री यादव को यह पता होना चाहिए कि वह जब विदेश में पढ़ाई करने गये हुए थे तक उनके चाचा की खरगोन गैस एजेंसी से 1000-1200 रूपये प्रति गैस सिलेंडर ब्लैक में कसरावद नगरवासी खरीदते थे। यह 10 साल पुरानी बात है जो इनको नहीं मालूम होगी। आज इतना दाम कसरावदवासी को देना नहीं पड़ता है और सब्सिडी का पैसा गरीबों के खातों में सीधे आ रहा है। वर्तमान में एक कॉल पर गैस सिलेंडर की घर पहुंच सेवा उपलब्ध है। अगर इनमें राजनीतिक समझ व ईमानदारी हो तो एक भी गरीब की सब्सिडी का पैसा मोदीजी के बैंक खाते में गया है ऐसा साबित करके दिखाये अन्यथा जनता को गुमराह करने के लिए सार्वजनिक माफी मांगें।