नई दिल्ली: सीलिंग पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के मसले पर बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि हमारी दलीलों को न्यायालय ने बिल्कुल स्वीकार किया है. उन्होंने हलफनामा दायर करने को कहा है और हम तीन अक्टूबर को दिल्ली के दर्द को हलफनामे में दाखिल करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं न्यायालय का कि हमारी बात को सुनते हुए उन सारी बातों का लिखित में प्रमाण देने की बात कही है. दिल्ली के एक-एक व्यक्ति के लिए खुशी की बात है की अदालत ने हमें कहा है कि अगर ऐसी सारी बातें हैं तो आप एफिडेविट में दाखिल करिए. मनोज तिवारी ने कहा कि हलफनामा दाखिल करने का मौका देने का मतलब है कि वह दिल्ली के दर्द को सुनने को तैयार हैं.कोर्ट भी हलफनामे के जरिए सच्चाई जानना चाहती है. तिारी ने कहा कि तीन अक्टूबर को मैं खुद सुप्रीम कोर्ट में पेश होऊंगा. दिल्ली के लोगों को इस समस्या से राहत दिलाने के लिए जितनी बार मुझे कोर्ट आना पड़ेगा मैं आने को तैयार हूं
जब कोर्ट ने कहा- आपको सीलिंग अफसर बना देंगे
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी को केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई और कहा कि बीजेपी सांसद कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने तिवारी को एक हफ्ते में जवाब देने को कहा है. आपको बता दें कि मनोज तिवारी ने बीते 16 सितंबर को उत्तर पूर्वी दिल्ली के ही गोकुलपुर गांव के एक मकान की सीलिंग तोड़ी थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट की बनाई मॉनिटरिंग कमिटी ने सुप्रीम कोर्ट में इस बात की शिकायत की थी.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मिस्टर तिवारी हमने आपके भाषण की सीडी देखी है. आपने कहा कि 1000 जगह सीलिंग होनी है और आप बताइए ये कौन सी जगह हैं. हम आपको सीलिंग अफसर नियुक्त कर देंगे.