50% क्षमता से लगेंगी पहली से 12वीं तक की कक्षाएं, ऑफलाइन और टाइम पर होंगी बोर्ड परीक्षाएं

मध्यप्रदेश में 1 फरवरी यानी आज से स्कूल फिर से खुल गए। कक्षा 1 से 12वीं तक सभी कक्षाएं 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल खोलने के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों से विचार विमर्श के बाद फैसला लिया। आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जा सकेंगे।

फिलहाल समय पर एग्जाम कराएंगे: स्कूल शिक्षा मंत्री

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद 1 फरवरी से स्कूल खुल जाएंगे। एमपी बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल पहले ही जारी कर दिया गया है। उसे हम ऑफलाइन मोड में समय पर कराने के प्रयास में है। अगर कोई व्यवधान आता है, तो फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल हम समय पर एग्जाम कराएंगे। 10वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक और 12वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेगी। पहली बार पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच होगा। छात्रों को सुबह साढ़े 8 बजे पहुंचना होगा। एमपी में पहली बार एमपी बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित की जा रही है। इसके बाद प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 31 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश हुआ था। कई प्रदेशों में पहले ही स्कूल खोलने का निर्णय लिया जा चुका है। मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होने वाली है। 29 जनवरी को सीएम शिवराज ने कोरोना समीक्षा की पिछली बैठक में अन्य राज्यों की स्थिति को देखकर एक्सपर्ट से सलाह लेकर स्कूल खोलने का फैसला लेने के निर्देश दिए थे।

ये हैं आदेश में

स्कूलों में पहली से 12वीं तक की कक्षाएं 50% उपस्थिति के साथ लगेंगी
छात्रावास और आवासीय विद्यालय भी 50% क्षमता के साथ खुलेंगे। इनमें 8वीं, 10वीं और 12वीं के 100% स्टूडेंट्स के लिए संचालन होगा। शेष क्षमता में 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को बुलाएंगे। छात्रावास और आवासीय विद्यालय ये सुनिश्चित करेंगे कि 50 फीसदी क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट उपस्थित ना हो
ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेंगी।