राजधानी भोपाल के भगतसिंह मंडल की कार्यसमिति बैठक को प्रदेश अध्यक्ष ने किया संबोधित
भोपाल। स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जैसे महापुरुषों के त्याग और परिश्रम से मध्यप्रदेश का पार्टी का संगठन देश में आदर्श संगठन के रूप में जाना जाता है। पार्टी के हम सब कार्यकर्ता स्व. कुशाभाऊ ठाकरे के जन्मशताब्दी वर्ष में यह संकल्प लें कि हम प्रदेश के संगठन को सबसे मजबूत संगठन बनाने के लिए काम करेंगे। हमारी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं लोगों का जीवन बदलने का काम कर रही हैं। हम ये संकल्प लें कि हम इन योजनाओं को प्रत्येक बूथ के घर-घर तक पहुंचाएंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं से यह आह्वान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने भोपाल के भगतसिंह मंडल की कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए किया।
मंडल को स्वाबलंबी, बूथ को सक्षम और नगर-ग्राम केंद्र को सक्रिय बनाएं
प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश और देश में श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे जैसे महापुरुषों ने पार्टी को सींचा और खड़ा किया है। इस संगठन को पद्धति देने का काम किया है। पन्ना प्रभारी की शुरूआत मध्यप्रदेश ने की और पूरे देश ने इसको अपनाया। श्री शर्मा ने कहा कि स्व. कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म शताब्दी वर्ष को हम संकल्प पर्व और संगठन पर्व के रूप में मना रहे हैं। इसलिए प्रत्येक कार्यकर्ता को संगठन के लिए समय दान करना है। मंडल स्वाबलंबी, बूथ सक्षम और नगर तथा ग्राम केंद्र सक्रिय बनें, इसके लिए काम करना है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का मन की बात कार्यक्रम प्रदेश के 34 हजार से अधिक बूथों पर सामूहिक रूप से सुना जा रहा है। हमें इसे प्रत्येक बूथ तक पहुंचाना है। श्री शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ता यह ध्यान रखें कि देश को सुरक्षित रखने के लिए बूथ को मजबूत बनाना जरूरी है।
बिना भेदभाव के लोगों का जीवन बदल रही भाजपा सरकारों की योजनाएं
श्री शर्मा ने कहा कि हम गरीबी हटाओ का नारा नहीं लगाते, हमारी केंद्र और प्रदेश सरकारों की योजनाएं लोगों का जीवन बदलने, जीवन स्तर उठाने का काम कर रही हैं। हमारी केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास जैसी योजनाएं लागू की हैं, तो हमारी प्रदेश सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना दी है। बेटियों के सशक्तीकरण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का ही नतीजा है कि आज प्रदेश में लिंगानुपात 1000 बेटों पर 956 बेटियों तक पहुंच गया है। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस एक समाज वर्ग को अपना वोट बैंक मानती है और भाजपा पर यह आरोप लगाया जाता है कि वह इस समाज वर्ग की विरोधी है। लेकिन मैं इस समाज वर्ग के लोगों से यह पूछना चाहता हूं, वो अपने दिल पर हाथ रख कर बताएं कि किसके नेतृत्व में वे सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं। वे बताएं कि किस सरकार के कार्यकाल में उनके जीवन में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कोरोना संकट के समय से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रही है और इसके लिए किसी की जाति या धर्म नहीं पूछा जाता। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी वर्ग विशेष को अपना वोट बैंक नहीं मानती, बल्कि हमारी सरकारों की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी को मिल रहा है और इनसे सभी के जीवन में बदलाव आ रहा है।
जो जनसंघ को कुचलने की बात करते थे, अपना अस्तित्व खो रहे हैं
भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। हमारे लिए सबसे पहले देश है। जनसंघ की स्थापना भी बलिदान के आधार पर हुई है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि धारा-370 हटाने के लिए डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान दिया था। उन्होंने कहा कि जनसंघ की स्थापना के समय नेहरू जी ने कहा कि मैं जनसंघ को कुचल कर रख दूंगा। तब डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कहा कि जो विचार जनसंघ को कुचलने की बात करता है, हम उस विचार को ही कुचल देंगे। हमारे कार्यकर्ताओं के अथक मेहनत से भाजपा देश का सबसे बड़ा दल बन गया है और जो जनसंघ को कुचलने की बात करते थे वह अपना अस्तित्व खो चुके हैं। यह हमारी प्रबल इच्छाशक्ति और हमारे विजनरी नेतृत्व का परिणाम है।
हम विचार और कार्यकर्ता आधारित दल हैं
श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा एक विचार आधारित दल है। पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने हमें विचार दिया कि एकात्म मानव दर्शन के आधार पर यह दुनिया आगे बढ़ सकती है। जब अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति का विकास होगा जब यह देश आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दलों ने 55 सालों तक इस देश पर राज किया, लेकिन आज वह अवसान की ओर जा रहे हैं, क्योंकि उनके पास कोई विचार नहीं है। उनके लिए व्यक्ति और परिवार प्रधान हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और हमारी संगठन के प्रति अटूट श्रद्धा है। बैठक के दौरान प्रदेश शासन के मंत्री श्री विश्वास सारंग, जिला अध्यक्ष श्री सुमित पचौरी, मंडल प्रभारी श्री रविंन्द्र यति उपस्थित थे।