स्मृति कार्यक्रम में राज्यपाल श्री पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जननायक टंट्या मामा के स्मृति में चलाई गई गौरव कलश यात्रा का स्वागत एवं पूजन किया। उन्होंने क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के वंशजों को नमन कर उनका सम्मान भी किया। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर उन्हें हर्ष और गौरव का अनुभव हो रहा है। राज्यपाल श्री पटेल ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद दिया कि उन्होंने जननायक टंट्या मामा की स्मृति तथा उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने बताया कि टंट्या मामा के बलिदान को समर्पित गौरव कलश यात्रा हजारो किलोमीटर घूम कर आज इंदौर आई। इस यात्रा में लाखों लोग शामिल हुए, यह स्वयं ही टंट्या मामा की प्रसिद्धि को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय के हित और सर्वांगीण विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा दिन-रात प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाओं के माध्यम से जनजातीय बंधुओं के विकास के लिए नए द्वार खोले जा रहे हैं।
जननायक टंट्या मामा बलिदान दिवस स्मृति कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा डॉ. अम्बेडकर नगर (महू) के अनुभाग/ तहसील कार्यालय का नामकरण “क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील प्रशासनिक संकुल डॉ. अम्बेडकर नगर (महू)” करते हुए नवनिर्मित संकुल का वर्चुअल अनावरण एवं पर्यटन विभाग द्वारा पातालपानी क्षेत्र के उन्नयन हेतु स्वीकृत विकास कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास भी किया गया। राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित टंट्या मामा के जीवनकाल पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में जनजातीय कलाकार श्री आनन्दीलाल भावेल द्वारा गाये गये जनजातीय गीत पर मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं मंच पर उपस्थित मंत्री एवं अन्य जन-प्रतिनिधियों ने नृत्य भी किया।