28 फुट ऊंची होगी प्रतिमा, देश नेताजी के प्रति ऋणी : मोदी
पीएम ने ट्वीट कर नेताजी के प्रतिमा स्थापना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, ये इस बात का प्रतीक है कि देश नेताजी के प्रति ऋणी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा की ऊंचाई 28 फीट जबकि चौड़ाई 6 फीट होगी। अधिकारियों ने कहा कि इस प्रतिमा की स्थापना के जरिये भारत अपने इतिहास पर फिर से अपना दावा साबित करेगा। प्रतिमा एक छतरी के नीचे स्थापित की जाएगी जहां पहले किंग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा हुआ करती थी जिसे 1968 में हटा दिया गया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, यह नेताजी को अनुकूल श्रद्धांजलि है। कांग्रेस ने उन्हें भुलाने का कोई प्रयास नहीं छोड़ा था।
नेताजी की बेटी अनीता बोस ने कहा-मैं खुश हूं। अचानक हुई ये घोषणा चौंकाने वाली है। ये थोड़ा पहले होता तो और अच्छा होता।
नेताजी का सबसे बड़ा सम्मान
ये सवाल हमेशा से उठता रहा है कि देश को आजादी मिलने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस को वो सम्मान क्यों नहीं मिला जो बाकी लोगो को मिला. इस पर कई राजनीतिक चर्चाएं भी हुईं लेकिन इस तरह की कोई पहल कभी नहीं की गई. अब इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाए जाने का ऐलान उनको दिए गए सबसे बड़े सम्मान के तौर पर देखा जा रहा है.
23 जनवरी को अनावरण
हालांकि 23 जनवरी को पीएम मोदी यहां पर होलोग्राफिक तकनीक से बनी प्रतिमा का ही अनावरण करेंगे. ये व्यवस्था तब तक रहेगी जब तक ग्रेनाइट की प्रतिमा यहां स्थापित ना हो जाए. बता दें कि मोदी सरकार 23 जनवरी यानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन को पराक्रम दिवस के तौर मनाती आ रही है. इसी वजह से इस दिन को खासतौर से चुना गया है.