नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह (संयुक्त महासचिव) मनमोहन वैद्य ने कहा कि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संघ के सामाजिक कार्य के बारे में नहीं जानते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उनके सलाहकारों ने उन्हें राजनीतिक लाभ के लिए संगठन और हिंदुत्व पर हमला करने को राजी किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को देश हित के लिए मतभेदों से ऊपर उठना चाहिए।
वैद्य ने कहा, “ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी को यह पता नहीं है कि पूरी दुनिया आईएसआईएस, मुस्लिम ब्रदरहुड द्वारा प्रभावित और परेशान है और ऐसा भी नहीं है कि वह संघ द्वारा किये गये सामाजिक कार्यों से अवगत नहीं हैं। ऐसा लगता है कि वह राजनीतिक लाभ के लिए अपने सलाहकारों द्वारा आरएसएस और हिंदुत्व पर हमला करने के लिए राजी हुए हैं।” राहुल गांधी ने हाल में आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी। मुस्लिम ब्रदरहुड अरब का सुन्नी इस्लामी संगठन है।
वैद्य ने कहा कि समाज में संघ के लिए समर्थन और स्नेह बढ़ रहा है और सभी क्षेत्रों के लोग उसके रचनात्मक कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं। आरएसएस ने ऐसे संकेत दिए थे कि वह कल से शुरू होने वाली अपनी तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला में कांग्रेस अध्यक्ष को आमंत्रित कर सकता है। राहुल गांधी के अलावा माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी जैसे विपक्षी दलों के कई अन्य नेताओं को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा सकता है। संघ विभिन्न विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों को आमंत्रित करना चाहता है।