डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह सम्पन्न
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू के दीक्षांत समारोह में 67 विद्यार्थियों को शोध उपरांत उपाधियाँ और स्नातक, स्नात्कोत्तर, कृषि में स्नात्कोत्तर, एमफिल और पीएचडी के शोधार्थियों को उपाधि तथा उत्कृष्ट शोधार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर लेब का शुभारंभ किया और लेब परिसर में पौधारोपण किया।
समारोह में सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य, सांसद श्रीमती सावित्री ठाकुर, कुलपति श्री सी.डी. नायक, कुल सचिव श्री एचएस त्रिपाठी, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति डॉ. प्रकाश बरतुनिया, अभा सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डॉ. वी.बी. कुमार, एमएसडब्ल्यू के डीन डॉ. डी.के. वर्मा, कृषि एवं ग्रामीण विकास के डीन डॉ. किशोर जान, एम.फिल. के डीन डॉ. आदित्य लूडावत, हिंदी साहित्य की डीन अनुपमा रावत सहित विश्वविद्यालय परिवार के समस्त अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने दीक्षांत समारोह में कहा कि विश्वविद्यालय में कर्तव्यों का निर्वहन करना सिखाया जाता है। विश्वविद्यालय द्वारा नए-नए कार्यक्रम प्रारंभ कर सामाजिक, राजनैतिक और सशक्तिकरण की दिशा में कार्य किए जाते हैं। राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त शोधार्थियों से कहा कि शोध में जो पहलू सामने आए हैं, उन पर कार्य करना शोधार्थी का दायित्व होना चाहिए। श्रीमती पटेल ने बताया कि उच्च शिक्षा में विशेष कार्यों के लिए समिति गठित की गई है। तीन विशेषज्ञों की यह समिति विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों और नवाचारों के लिए भी कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय नेक के निर्धारित मापदंड पर खरा उतरने के लिए आगे बढ़कर कार्य करें। विश्वविद्यालयों के बीच खेल प्रतियोगिताएँ और तरह-तरह की गतिविधियाँ आयोजित होनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति श्री नायक ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन पढ़ा। उन्होंने संचालित पाठ्यक्रमों, शोध कार्यों और कौशल विकास के प्रशिक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।