मेरा नाम लेकर कोई आए, उसे भी घुसने न दें, चीता मित्रों से बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज अपने 72वें जन्मदिन के अवसर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो राष्ट्रीय पार्क में छोड़ा गया. अपने जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने इन चीतों को उनके पिंजरे से आजाद किया. फिलहाल विदेश से लाए गए इन चीतों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा. इसके अलावा इन चीतों की देखरेख के लिए वहां चीता मित्रों की नियुक्ति भी की गई है. ये चीता मित्र विदेश से यहां लाए गए इन चीतों को का ख्याल रखेंगे बल्कि लोगों को भी उनके नजदीक जाने रोकेंग.

पीएम मोदी ने चीता मित्रों को सलाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने के बाद चीता मित्रों (Cheetah Mitra) से मुलाकात की और उनसे बातें भी की. पीएम मोदी ने चीता मित्रों के साथ बातचीत में कहा, ‘आप जैसे ही ये का शुरू करोगे सबसे पहली मुसीबत क्या आने वाली है?’ पीएम मोदी ने फिर कहा, सबसे बड़ी समस्या नेता लोग करेंगे मेरे जैसे, अभी बताया गया होगा थोड़े दिनों तक चीता देखने के लिए आना नहीं है, उसे सेटल होने देना है, फिर वो बड़ी जगह पर जाएगा वहां कुछ दिन सेटल होने देना है लेकिन सब नेता लोग आ जाएंगे. नेता के रिश्तेदार आ जाएंगे. ये टीवी कैमरे वाले आ जाएंगे, वो होता है ना सबसे पहले ब्रेकिंग न्यूज वाले, वो आप पर दबाव डालेंगे, अफसरों पर दबाव डालेंगे.
पीएम मोदी ने चीता मित्रों से आगे कहा, ‘ये आपका काम है कि किसी को घुसने मत देना, मैं भी आऊं तो मुझे भी घुसने मत देना, मेरे नाम से मेरा कोई रिश्तेदार आ जाए तो भी नहीं, जब उसका समय पूरा होगा उसके बाद घुसने देना.’

पीएम मोदी ने चीता मित्रों को दिए ये टिप्स

इसके असावा पीएम मोदी ने चीता मित्रों को उनके कार्य से संबंधित कुछ जरूरी टिप्स भी दिए. पीएम मोदी ने कहा कि चीता मित्र होने के साथ-साथ सभी वन्य पशुओं के मित्र हैं. उन्होंने कहा कि आप लोगों को सभी पशुओं की देखभाल करनी है. पीएम मोदी ने चीता मित्रों से कहा कि आपको जंगल में रहना है और काम भी करना है, आप लोगों को फोटोग्राफी की हैबिट डेवलप करनी चाहिए.