65 करोड़ की लागत से बने अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण


भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर मिंटो हॉल प्राचीन विरासत को सहेज कर रखने का बेहतर उदाहरण है। मूल स्वरूप में बिना परिवर्तन किये इसका जीर्णोद्धार किया गया है। श्री चौहान आज यहाँ 65 करोड़ रूपये लागत से संवारे गये मिंटो हॉल अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने समारोह की अध्यक्षता की। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास से इस भवन का इतिहास जुड़ा है। इस अदभुत भवन से कई स्मृतियाँ जुड़ी हुई हैं। मध्यप्रदेश में संसदीय परंपरा का शानदार इतिहास रहा है। इस विरासत के रख-रखाव और बेहतर उपयोग के लिये इसे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। इस पर हमें गर्व होगा। शून्य से सृष्टि पैदा की जा सकती है इसका यह भवन उदाहरण है। श्री चौहान ने इस कार्य को पूरा करने में सहयोग करने वाले सभी लोगों को बधाई दी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के माध्यम से प्रदेश की जनता को अनूठी भेंट मिली है। करीब 185 साल बाद फिर यह भवन नये रूप में सामने आया है। इस ऐतिहासिक भवन में कई दौर देखे हैं। प्रमुख सचिव पर्यटन श्री हरिरंजन राव ने बताया कि यह सेंटर प्रदेश की हेरिटेज नीति के अनुसार बनाया गया है। अब यह एक जीवित विरासत बन गया है।

मुख्यमंत्री ने सेंटर के जीर्णोद्धार में कार्य करने वाले शिल्पकारों, सर्विस टीम, आंतरिक सज्जाकारों, इंजिनियरिंग, आर्किटेक्ट और प्रबंधन टीम का सम्मान किया। कार्यक्रम में मिंटो हॉल पर बनी लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने सेंटर का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुश्री कुसुम मेहदेले, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय शाह, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, आयुष राज्य मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री आलोक संजर, पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर, विधायकगण और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक इलैया राजा टी. ने अतिथियों का आभार माना।

मिन्टो हॉल

मिन्टो हॉल का निर्माण 1909 में शुरू हुआ और वर्ष 1936 में पूरा हुआ। वर्ष 1956 से वर्ष 1996 तक विधानसभा के रूप में इस हॉल का उपयोग हुआ। वर्ष 2014 में इसे संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिये पर्यटन निगम को सौंपा गया। भवन को मूल स्वरूप में रखते हुये पुनर्जीवित किया गया। इसमें लगभग 1100 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। दो वर्ष की अवधि में इस भवन का कायाकल्प करीब 65 करोड़ की लागत से पूरा किया गया। इसमें अत्याधुनिक ऑडियो-विडियो सिस्टम, अग्नि शमन और आधुनिक एयरकंडिशनर लगाये गये हैं। इसकी दीवारों पर बनी मूल पेंटिंग्स को यथावत रखा गया है। 18वी सदी में पहली बार बनी इस इमारत को पुरानी तकनीक के अनुसार ही रिनोवेट किया गया है।